स्वास्थ्य सचिव डा. जे. राधाकृष्णन ने शुक्रवार को नई दिल्ली में वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक के बाद कहा कि केंद्र सरकार ने 12 जुलाई से पहले 15 लाख से अधिक कोविड वैक्सीन खुराक की आपूर्ति करने का वादा किया है। सचिव ने कहा कि अधिकारियों ने 12 जुलाई से पहले टीके की कुल 15,87,580 खुराक की आपूर्ति का वादा किया है। हमने प्रति माह दो करोड़ टीकों की आपूर्ति की मांग की है, क्योंकि राज्य में प्रतिदिन सात से आठ लाख का टीकाकरण की क्षमता है।
तमिलनाडु में वैक्सीन का स्टॉक खत्म होने से कोरोना टीकाकरण पूरी तरह प्रभावित हुआ है। शुक्रवार को कई जिलों में बची-खुची ही वैक्सीन लग सकी। अधिसंख्य टीका केंद्र बंद रहे। कोयम्बत्तूर में एक सप्ताह से टीकाकरण अभियान प्रभावित हुआ है।
शनिवार को कोयम्बत्तूर के सिद्दपुदूर कॉर्पोरेशन स्कूल में लोगों को टीके की कमी के कारण लौटाया गया। वैक्सीन उपलब्ध होने पर गत सेामवार को एक लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण हुआ था। राज्य में वैक्सीन की अगली खेप कोविशील्ड के रूप में 12 जुलाई से पहले चेन्नई पहुंचेगी। ऐसे में जल्द टीकाकरण कार्य सुचारू रूप से हो सकेगा।
सचिव डा. जे. राधाकृष्णन ने कहा कि तीसरी लहर को तभी रोका जा सकता है जब वह सभी योग्य लोगों का टीकाकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि आईसीयू बेड, पीडियाट्रिक बेड, कोविड केयर सेंटर और एम्बुलेंस को भी तीसरी लहर की तैयारी के उपायों के रूप में बढ़ाने का अनुरोध किया गया था।
हालांकि कोरोना की तीसरी लहर आने और इसके कारण होने वाले नुकसान की आशंका को लेकर अभी भी विशेषज्ञ एकमत नहीं हैं। इसके बाद भी तेज वैक्सीनेशन से संक्रमण दर में कमी लाकर कोरोना की तीसरी लहर को आने से रोका जा सकता है। भारी वैक्सीनेशन से अगर कोरोना की तीसरी लहर आती भी है तो इसका असर बहुत सीमित होगा।