हालांकि, एप्पल की तरफ से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। वहीं, टाटा के प्रवक्ता ने बताया कि यह फैक्ट्री एक्सक्लूसिव तौर पर किसी खास ब्रांड के लिए फोन कंपोनेंट नहीं बनाएगी, बल्कि यह कई कंपनियों के लिए ऑर्डर मिलने पर फोन पाट्र्स का उत्पादन करेगी।
होसूर में भूमि पूजन पूरा हुआ
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, इस फैक्ट्री के लिए टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics) को तमिलनाडु इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (TIDCO) ने तमिलनाडु के होसूर में 500 एकड़ जमीन आवंटित की है। भूमि पूजन के साथ इसस फैक्ट्री की आधारशिला मंगलवार को रखी गई। स्मार्टफोन और स्मार्टवॉच के लिए कंपोनेंट बनाने में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को टाटा ग्रुप की कंपनी टाइटन लिमिटेड और टाइटन इंजीनियरिंग मदद करेगी और टेकिनकल सहायता उपलब्ध कराएगी।
ऑर्डर मिलने पर निवेश बढ़ेगा
खबरों के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में एप्पल शामिल नहीं है। एप्पल से ऑर्डर मिलने पर टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी को कंपोनेंट मुहैया कराएगी। अगर एप्पल से कंपनी को ठीक-ठाक ऑर्डर मिला तो टाटा ग्रुप इस फैक्ट्री में निवेश को 5000 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 8000 करोड़ रुपए कर सकती है। अभी भारत में एप्पल के लिए फॉक्सकॉन (Foxconn), विस्ट्रॉन (Wistron) और पेगाट्रॉन (Pegatron) कंपोनेंट बना रही है।