तिरुपरमकुंड्रम में पार्टी उम्मीदवार ई. महेन्द्रन के पक्ष में प्रचार के दौरान उन्होंने कहा एआईएडीएमके नेता और मत्स्यपालन मंत्री डी. जयकुमार हमेशा कहते हैं कि आर.के. नगर में उनकी अनुपस्थिति के कारण ही मुझे सफलता मिली थी, लेकिन वे भूल रहे हैं कि आर.के. नगर में उनका घर है और वहां पर एएमएमके पार्टी ने एआईएडीएमके के लिए परेशानी खड़ी कर दी। आर.के. नगर की जनता ने यह साबित कर दिया था कि देशद्रोहियों के हाथ में जाने वाली पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य के उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम को मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया गया था, लेकिन उन्होंने मदुरै क्षेत्र का अपमान किया। उसके बाद वी.के. शशिकला ने पलनीस्वामी को मुख्यमंत्री पद की सीट दे दी और बाद में वे विद्रोही बन गए। मतदाताओं द्वारा सभी को सबक सिखाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा शशिकला चाहती तो वे मुझे मुख्यमंत्री बना देती लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया बल्कि यकीन करते हुए जेल जाने से पहले पलनीस्वामी को मुख्यमंत्री बना दिया, लेकिन उन लोगों ने मुझे और शशिकला को पार्टी से ही निकाल दिया। उन्होंने कहा कि डेयरी विकास मंत्री के.टी राजेन्द्र बालाजी जैसे लोग सिर्फ कत्लखानों में ही काम करने के लायक हैं। आगामी चुनाव में जब बालाजी चुनाव लड़ेंगे तो उनकी हार निश्चित है।
उन्होंने कहा कि मतदाताओं को अपने वोट के बल पर ऐसे लोगों को बाहर कर देना चाहिए और इनको अपने क्षेत्रों में भी प्रवेश नहीं होने देना चाहिए। दिनकरण ने कहा १८ अप्रैल को एआईएडीएमके के विरोध में अपना वोट करने वालों को १९ मई को पुनर्मतदान में भी ऐसा ही करना चाहिए।