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चिदम्बरम नटराज मंदिर पानी में डूबा, चक्रवाती तूफान बुरेवी के चलते हो रही तेज बारिश, भगवान शिव को समर्पित है मंदिर

locationचेन्नईPublished: Dec 04, 2020 04:12:02 pm

चिदम्बरम नटराज मंदिर पानी में डूबा, चक्रवाती तूफान बुरेवी के चलते हो रही तेज बारिश, भगवान शिव को समर्पित है मंदिर
 

The Chidambaram Nataraja Temple in was inundated with rainwater after the temple town received 340mm of rainfall in the last 24 hours, triggered by cyclone

The Chidambaram Nataraja Temple in was inundated with rainwater after the temple town received 340mm of rainfall in the last 24 hours, triggered by cyclone

चेन्नई. प्रसिद्ध मंदिर चिदम्बरम नटराज मंदिर पानी में डूब गया है। तमिलनाडु के कडलूर जिले में स्थित यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। पिछले 24 घंटे में यहां 340 मिमी बारिश दर्ज की गई। कडलूर, विल्लीपुरम व कल्लैकुरिचि में कई जल निकाय पानी से लबालब हो चुके हैं। 440 जलाशयों में से 89 जलाशय भराव क्षमता की ओर है। इस मंदिर की एक अनूठी विशेषता आभूषणों से युक्त नटराज की छवि है। यह भगवान शिव को भरतनाट्यम नृत्य के देवता के रूप में प्रस्तुत करती है और यह उन कुछ मंदिरों में से एक है जहां शिव को प्राचीन ***** के स्थान पर मानवरूपी मूर्ति के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है। देवता नटराज का ब्रह्मांडीय नृत्य भगवन शिव द्वारा अनवरत न्रह्मांड की गति का प्रतीक है।
पांच आंगन हैं मंदिर में
मंदिर में पांच आंगन हैं। अरगालुर उदय इरर तेवन पोंपराप्पिननम (उर्फ़ वन्कोवरैय्यन) ने 1213 एडी के आसपास मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया था। पारंपरिक रूप से मंदिर का प्रशासन एक अपने ही समूह में विवाह करने वाले दिक्षितर नाम से जाने जाने वाले शैव ब्रह्मण समुदाय द्वारा देखा जाता है, जो मंदिर के पुजारी के रूप में भी पदभार संभालते हैं। यह तमिलनाडु सरकार और दिक्षितर समुदाय के बीच लम्बे समय से चली आ रही कानूनी लड़ाई की पराकाष्ठा थी। इसकी शुरुआत तब हुई जब सरकार ने गैर-दिक्षितर लोगों को भी ‘पवित्र गर्भगृह’ (संस्कृत: गर्भगृह) में भगवान शिव की थेवरम स्तुति गाने की अनुमति दे दी, जिस पर दिक्षितर समुदाय ने आपत्ति की और यह दावा किया कि उन्हें नटराज के गर्भगृह में पूजा करने का विशेषधिकार प्राप्त है।

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