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इवेक्ट्रिक वाहन नीति के अनुसार, 2030 तक तमिलनाडु में 9.8 करोड़ वाहनों का अनुमान, इनमें 30% ईवी होने की परिकल्पना

locationचेन्नईPublished: Nov 25, 2022 09:20:06 pm

निगम इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए मास्टरप्लान तैयार करेगा
The policy projected 9.8 crore vehicles in TN by 2030 and envisaged to have 30% of those vehicles to be EVs.

The policy projected 9.8 crore vehicles in TN by 2030 and envisaged to have 30% of those vehicles to be EVs.

AJAY NAHAR, SHREE VAHANS TRANS WORLD, CHENNAI

जहां राज्य सरकार ईवी के उत्पादन को बढ़ाने के लिए विशेष सुविधाओं के साथ इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति को संशोधित कर रही है, वहीं ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (जीसीसी) ने ईवी मास्टरप्लान तैयार करने की पहल की है। .
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मास्टर प्लान विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित चेन्नई सिटी पार्टनरशिप प्रोग्राम का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा, शहर के कम्यूटिंग पैटर्न और ईवी की भविष्य की मांग का अध्ययन करने के बाद मास्टरप्लान तैयार किया जाएगा। मास्टरप्लान चेन्नई स्मार्ट सिटी लिमिटेड (सीएससीएल) द्वारा तैयार किया जाएगा। यह उन स्थानों की पहचान करेगा जहां चार्जिंग स्टेशनों की आवश्यकता होगी और उनकी सुविधा के लिए सड़क के बुनियादी ढांचे में उन्नयन किया जाएगा। इस बीच जीसीसी और सीएससीएल मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने से पहले फीडबैक प्राप्त करने के लिए सरकारी विभागों और ईवी उत्पादन कंपनियों के साथ बैठकें कर रहे हैं। एआईएडीएमके सरकार ने 2019 में एक ईवी नीति की घोषणा की थी, लेकिन वर्तमान सरकार ईवी के उत्पादन और उपयोग में हो रहे विभिन्न विकासों को देखते हुए इसे संशोधित कर रही है। ‘तमिलनाडु इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी 2019’ 50,000 करोड़ रुपए के निवेश को आकर्षित करने और 1.5 लाख नए रोजगार सृजित करने के लिए निर्धारित की गई है। नीति में वाणिज्यिक भवनों जैसे मॉल और अन्य में चार्जिंग पॉइंट स्थापित करने की भी सिफारिश की गई है। नीति ने 2030 तक तमिलनाडु में 9.8 करोड़ वाहनों का अनुमान लगाया और उन वाहनों का 30% ईवी होने की परिकल्पना की। राज्य योजना आयोग की सिफारिशों के आधार पर नीति में संशोधन किया जा रहा है।
भारत के अनुकूल इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी विकसित होगी
आने वाले समय में एक ही तरह की बैटरी विकसित करने की दिशा में काम किया जा रहा है। इससे वाहन मालिकों को काफी सुविधा हो सकेगी। भारत के अनुकूल इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है। आने वाले समय में भारत की आवश्यकताओं के अनुरूप ही नई इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बैटरी के विकास के लिए काम किया जाएगा। ऐसे में आने वाले समय में ईवी बैटरियां सुरक्षित, टिकाऊ और प्रभावी होंगी। ईवी बैटरी का अधिक निर्माण करना और आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित होने से भी वाहन मालिकों को फायदा हो सकेगा। बैटरी की उम्र बढ़ाने पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है। ऐसे में अब लोग इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ अधिक आकर्षित होने लगे हैं।
अजय नाहर, श्री वाहन्स ट्रांस वर्ल्ड, चेन्नई।
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