इस मौके पर सुष्मिता ने कहा आज भी हमारे समाज के महिलाओं को उनका हक नहीं मिल पा रहा है। हालांकि लोग महिलाओं को कंधे से कंधा मिलाकर काम करने की बात करते हैं पर हकीकत इससे काफी अलग होती है। महिलाओं का हर प्रकार से सोशण ही किया जा रहा है।
उन्होंने अभी भी महिलाओं के संसद में ३३ प्रतिशत आरक्षण का बिल काफी समय से लम्बित पड़ा है। आज महिलाओं को कोई काम दिया जाता है तो उनसे उसकी एवज में अनैतिक मांग पूरी करने की अपेक्षा की जाती है जिसका उदाहरण हमें मी-टू कैम्पेन से देखने को मिला है।
इस मौके पर लोक गायिका अनिता कुप्पुसामी, समाज सेविका एस. महालक्ष्मी, तमिलनाडु से राष्ट्रिय स्तर की कबड्डी खिलाड़ी एम. दिव्या और डी. सत्यवाणी को भी वुमेन अचीवर २०१८ अवार्ड दिया गया।
कार्यक्रम से पहले सुष्मिता देव के नेतृत्व में नार्थ मद्रास में तमिल महिला कांग्रेस ने अधिकार यात्रा निकाली जिसका मुख्य उद्देश्य संसद में लम्बित ३३ प्रतिशत महिला आरक्षण बिल को जल्द पारित कराने के लिए दबाव बनाना था।
कार्यक्रम के दौरान सत्यश्री ने अपने साथियों के साथ मिलकर सुष्मिता को एक ज्ञापन भी सौपा जिसमें मौजूदा ट्रांसजेंडर बिल की खामियों को उजागर किया गया था और उसमें कुछ सुधार की मांग कर बिल पास कराने की मांग की गई थी। इस मौके पर तमिलनाडु कांग्रेस के अध्यक्ष तिरुणावकरसर, तमिलनाडु महिला कांग्रेस की अध्यक्षा झांसी रानी, कांग्रेस विधायक विजयाधरनी, मद्रास हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन की उपाध्यक्ष सुधा समेत कई लोग मौजूद थे।
चुनाव लडऩे को पूरी तरह तैयार हूं : विजय प्रभाकरण
अभिनेता से नेता बने डीएमडीके प्रमुख विजयकांत के बेटे विजय प्रभाकरण ने मंगलवार को कहा कि अगर पार्टी चाहेगी तो वे आगामी चुनाव लड़ेंगे। पार्टी द्वारा तंडियारपेट में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा उन्हें किसी से डर नहीं लगता और किसी भी बात के लिए मना भी नहीं करते।
पार्टी में किसी प्रकार का भ्रम नहीं है। लोकसभा चुनाव के समय की घोषणा के बाद गठबंधन के बारे में निर्णय लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा इलाज के बाद जल्द ही उनके पिता विजयकांत भी राजनीति में सक्रिय होंगे। उल्लेखनीय है कि इलाज के सिलसिले में विजयकांत अमेरिका गए हुए हैं।