scriptदक्षिण रेलवे में ट्रेनों की गति होगी ११० किमी | The speed of trains in South Railway will be 110 km | Patrika News

दक्षिण रेलवे में ट्रेनों की गति होगी ११० किमी

locationचेन्नईPublished: Feb 18, 2019 01:01:57 pm

Submitted by:

Santosh Tiwari

दक्षिण रेलवे में अब सुपरफास्ट के अलावा सामान्य ट्रेनें भी ११० किलोमीटर की रफ्तार से रेलवे लाइन पर दौड़ सकेंगी।

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दक्षिण रेलवे में ट्रेनों की गति होगी ११० किमी

चेन्नई. दक्षिण रेलवे में अब सुपरफास्ट के अलावा सामान्य ट्रेनें भी ११० किलोमीटर की रफ्तार से रेलवे लाइन पर दौड़ सकेंगी। अब तक दक्षिण रेलवे के जोन में ट्रेनों की टै्रक पर दौडऩे की एकल गति १०० किमी प्रति घंटा है जिसे हाल ही में पूरा किया है और अब दक्षिण रेलवे इसकी एकल गति ११० किमी प्रति घंटा करने में लगा हुआ है। गौरतलब है कि दक्षिण रेलवे में सुपरफास्ट ट्रेनें ही ११० किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ती हैं। हालिया सुधार के बाद से अब सभी ट्रेनें ट्रैक पर एकल रूप से १०० किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है। दक्षिण रेलवे अपने ट्रैक सिस्टम में यह सुधार यात्रा में लगने वाले समय को कम करने और रेल यात्रा को द्रूत बनाने के उद्देश्य से कर रहा है।
दक्षिण रेलवे के अंतर्गत कुल ७,३११ किलोमीटर ट्रैक आता है। वित्तीय वर्ष २०१८-१९ में दक्षिण रेलवे ने ट्रैक की एकल गति को १०० किमी प्रति घंटा निर्धारित करने का लक्ष्य रखा था जिसे पूरा कर लिया गया है। इससे पहले तक विभिन्न मार्गों में ट्रेन की एकल गति ७५ से ९५ किमी प्रति घंटा ही थी। जिसे हालिया सुधार में अब १०० किमी प्रति घंटा कर लिया गया है। ये सुधार चेंगलपेट्टु से करुंगुझी, तिंडिवनम से परनी, सेलम से करूर, विल्लीपुरम से तिरुवेन्नैनलूर रोड, तिरुवेन्नैनलूर रोड से विरुद्धाचलम जंक्शन, विरुद्धाचलम से मातूर, विल्लुपुरम से मइलादुतुरै, तिरुचिरापल्ली जंक्शन से मनपारै, मनपारै से कालपट्टी चत्रम और कालचट्टी चत्रम से तामरैपाडी के बीच रेलवे ट्रैक में किया गया है। यह सुधार लगभग ४१२.५ किमी की रेलवे ट्रैक पर किया गया है।
५० से ज्यादा स्थाई स्पीड रिस्ट्रिक्शन को हटाया गया
पत्रिका को विशेष जानकारी देते हुए दक्षिण रेलवे के महाप्रबंधक आर.के. कुलश्रेष्ठ ने कहा कि ट्रैक की स्पीड क्षमता बढ़ाना रेलवे का निरंतर चलने वाला काम है। इसके साथ ही सुरक्षा उपायों पर भी निरंतर काम करते रहते हैं। रेल सेवा को द्रूत बनाना हमारा मुख्य उद्देश्य है। यही कारण है कि हमने विभिन्न रुटों पर ५० से ज्यादा स्थाई स्पीड रिस्ट्रिक्शन को हटाया गया है और अन्य पर काम किया जा रहा है। रेल ट्रैक की स्पीड क्षमता बढ़ाने के काम का दूसरा चरण अगले कुछ महीनों में पूरा हो जाएगा तब दक्षिण रेलवे के ट्रैक की यूनिफार्म स्पीड कैपिसिटी ११० किमी प्रति घंटा हो जाएगी।
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