प्रभु पाश्र्वनाथ के चरित्रानुसार जगत में कमठ की तरह दुर्जन और धरणेन्द्र की तरह सज्जन ये दो तरह के जीव रहते हैं, लेकिन प्रभु पाश्र्वनाथ ने कमठ के प्रति न द्वेष किया और न ही धरणेन्द्र के प्रति राग। प्रभु पाश्र्वनाथ की साधना हमें राग-द्वेष से दूर रहने की प्रेरणा देती है।
नेमिनाथ चरित्र से हमें जीवों के प्रति करुणा भाव रखने की शिक्षा मिलती है, मूक पशुओं की रक्षा के लिए नेमिनाथ ने राजुल जैसे सुंदर स्त्रीरत्न का त्याग कर दिया, नव-नव भवों की प्रीत एक साथ तोड़ दी। आदिनाथ परमात्मा ने धन्ना सार्थवाह के भव में साधुओं को शुद्ध घी का आहार समर्पित कर समकित प्राप्त किया था। प्रभु आदिनाथ पूर्व भव में जब सेठ के रूप में थे, तब बैल द्वारा बार-बार अनाज में मुंह डालने पर किसान को सलाह दी कि इसके मुख पर छीका बांध दो और बारह प्रहर तक छीका बंधे रहने से अंतराय कर्म बंध गया, परिणाम स्वरूप आदिनाथ परमात्मा को बारह माह तक आहार-पानी नहीं मिला। उन्होंने इस युग के प्रारंभिक काल में अज्ञ जीवों को असि-मसि व कृषि का ज्ञान दिया। खाना-पीना व जीना सिखाया।
दुनिया हमारे भाव को नहीं प्रभाव को देखती है। परीक्षा उसी की होती है जो समीक्षा में खरा उतरता है। जिस तरह घर्षण, छेद, ताप और ताडऩ द्वारा सोने की परीक्षा होती है, उसी तरह त्याग, शील,गुण और कर्म से पुरुष की परीक्षा होती है। इस मौके पर तपस्वियों ने 11, 9 और 8 उपवास का पच्चखाण लिया।
विद्यार्थियों के लिए विशेष सुविधा एमिरेट्स ने विद्यार्थियों के लिए विशेष सुविधा की घोषणा की है। सितम्बर महीने में विद्यार्थियों को अतिरिक्त बैगेज भत्ते दिए जाएंगे। इससे अहमदाबाद, चेन्नई, त्रिवेन्द्रम, दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता, बेंगलूरु, मुम्बई तथा कोची के यात्रियों को लाभ होगा। वे विमानन कंपनी के नेटवर्क का लाभ ले सकेंगे। साथ ही बचत के साथ यात्रा की अग्रिम योजना बनाई जा सकती है। यह जानकारी इंडिया नेपाल के वाइस प्रेसिडेंट इस्सा सुलेमान अहमद ने दी। उन्होंने कहा कि विदेशों में पढऩे वाले विद्यार्थी अपने साथ अतिरिक्त बैगेज ले जा सकेंगे। उन्हें इसके लिए पहचान पत्र दिखाना होगा।