यह छात्रा घर में दादी के सााि रहती थी। उसे अचानक पेट में दर्द और उल्टी की शिकायत पर निजी अस्पताल ले जाया गया और जांच में उसके पेट में ट्यूमर दिखा।
पिछले सप्ताह हुआ ऑपरेशन
इसके बाद डॉ. महेंद्रन के नेतृत्व में एक मेडिकल टीम ने छात्रा के पेट से लगभग एक किलोग्राम वजन के बालों वाले ट्यूमर को निकालने के लिए पिछले सप्ताह ऑपरेशन किया।
पिछले सप्ताह हुआ ऑपरेशन
इसके बाद डॉ. महेंद्रन के नेतृत्व में एक मेडिकल टीम ने छात्रा के पेट से लगभग एक किलोग्राम वजन के बालों वाले ट्यूमर को निकालने के लिए पिछले सप्ताह ऑपरेशन किया।
इस बारे में आंतों के सर्जन डॉ. राजमहेंन्द्रन ने कहा, बच्चे जब स्कूल जाते हैं तो अपने दोस्तों से बात करते हैं और उत्साहित होकर घर आते हैं, लेकिन अब कोरोना महामारी के चलते स्कूली बच्चे बिना स्कूल गए ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। इस प्रकार वे उदास रहते हैं।
ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले छात्रों पर घर वालों की नजर होनी चाहिए। चिकित्सक ने बताया कि छात्रा भोजन नहीं कर पा रही थी और पीड़ा से कराह रही थी। हमने फिर अंडकोश का स्कैन लिया और एंडोस्कोप के माध्यम से पुष्टि हुई कि पेट में बालों की गांठ थी।
रेपंजेल सिंड्रोम से पीडि़त थी छात्रा
चिकित्सकों के अनुसार छात्रा ऑनलाइन क्लास से उदास थी और उसने अपने ही सिर के बाल खा लिए हैं। इससे बालों का ट्यूमर हो गया है। ट्यूमर छोटी आंत तक फैल गया था। हमने शल्य चिकित्सा कर बाल की गांठ को ऐसे हटाया जैसे बच्चा निकालते हैं।
इसे रेपंज़ेल सिंड्रोम कहते हैं। अनुमान है कि दुनिया भर में ऐसे 60 मामले सामने आ चुके हैं। फिलहाल एक मनोचिकित्सक द्वारा उसकी काउंसलिंग की जा रही है।