scriptतिरुपुर में तीन बांग्लादेशी गिरफ्तार | Three Bangladeshi arrested in Tirupur | Patrika News

तिरुपुर में तीन बांग्लादेशी गिरफ्तार

locationचेन्नईPublished: Oct 10, 2018 11:47:52 pm

Submitted by:

arun Kumar

पुलिस का युवक पर संदेह सही निकला

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कोयम्बत्तूर. होजरी सिटी तिरुपुर में पुलिस ने बांग्लादेश के तीन युवाओं को गिरफ्तार किया है। इनके पास से भारत आने के कोई वैध दस्तावेज नहीं थे। इससे पहले भी तिरुपुर में न केवल बांग्लादेशी पकड़े जा चुके हैं बल्कि एक आतंकी संगठन से जुड़े युवक ने तो यहां अपना घर ही बसा लिया था। इधर केन्द्र की एजेन्सी की रोहिग्याओं के दक्षिण की ओर आने की सूचना पर पुलिस सतर्कता बरत रही है। राकीपालयम में पुलिस वाहनों की सामान्य रुप से जांच कर रही थी। इसी दौरान एक युवक पर संदेह हुआ तो उसे रोका गया। उससे परिचय का कोई दस्तावेज दिखाने को कहा पर उसके पास नहीं था। पूछताछ में मालूम चला कि वह बांग्लादेश निवासी इब्राहिम है।
होजरी फैक्ट्री में कर रहा था काम

पिछले कई माह से वह यहां एक होजरी फैक्ट्री में काम कर रहा है। इसके बाद पुलिस उसे थाने ले आई व कड़ाईसे पूछताछ की तो बताया कि उसके साथ दो और हैं। पुलिस तत्काल फैक्ट्री में पहुंची और सुफान व बरकत को भी गिर तार कर लिया। तिरुपुर में बांग्लादेशियों के मिलने का यह पहला मौका नहीं है। पिछले साल पुलिस ने तिरुपुर से ही मोह मद मैमू, बाबू,तलुवर हुसैन ,मोह मद सादात, आशिक व राजामिया को पकड़ा गया।ये काम की तलाश में तिरुपुर आए थे। वे फर्जी आई डी कार्ड बनवाने के लिए पांच हजार रुपए देने को तैयार थे। पुलिस की चिन्ता यह है कि ऐसे कितवे अवैध बांग्लादेशी यहां रह रहे हैं। क्या उन्होंने फर्जी आधार कार्ड बनवा लिए हैं। पिछले साल ही यहां से एक आईएसआईएस का एजेन्ट पकड़ा गया था। तिरुपुर में तो अफ्रीका के लोग तक गारमेंट का धंधा कर रहे हैं। बताया जाता है कि इनमें से कई अवैध रूप से रह रहे हैं। इसके बाद भी पुलिस प्रशासन आंखे मंूदे हुए हैं। यहां के लोगों का कहना है कि जितने भी कामगार खुद को बंगाल का बताते हैं। उन सभी की अगर बारीकी से जांच की जाए तो इनमें से कई पं बंगाल के नहीं बल्कि बांग्लादेश के मूल निवासी निकलेंगे।
दो साल कोय बत्तूर में रहा था माओवादी डेनिश

कोयम्बत्तूर. माओवादी लीडर डेनिश वर्ष 2016 के दौरान कोयम्बत्तूर में रहा था। यहां उसने न केवल धारदार घातक हथियार खरीदे बल्कि युवाओं को भी नक्सली बनने के लिए प्रेरित किया। पालक्काड में पांच अक्टूबर को केरल पुलिस, नक्सल विरोधी बल व थंडरबॉल्ट पुलिस के संयुक्त खोज अभियान के दौरान डेनिश को गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी मिली है। मूलत: तमिलनाडु के रामनाथपुरम का रहने वाला डेनिश पिछले दो सालों से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। जांच के दौरान पता लगा कि वर्ष 2016-17 में वह कोयम्बत्तूर के पुलियाकुलम के पास गणेशपुरम में रहा था। यहां एक निजी कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी। इस दौरान वह माआवादी गतिविधियों में संलग्न रहा था। उसने अटप्पादी और निलांबुर में दीवारों पर पोस्टर चिपकाए। साथियों के लिए घातक हथियारों का बंदोवस्त कोयम्बत्तूर में रह कर किया था। उसे पुलिस ने जब पालक्काड की अदालत में पेश किया तो डेनिश ने लोगों को उकसाते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उसे 3 नवंबर तक हिरासत में भेज दिया गय है।
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