वे दो ईवीएम और एक वीवीपैट को दुपहिया वाहन पर ले जा रहे थे। सहायक अभियंता सेंथिल कुमार, पर्यवेक्षक वेलांकनी और सरवणन को जांच के बाद रिटर्निंग ऑफिसर के निर्देशों के आधार पर निलंबित कर दिया गया।
सेंथिल कुमार वेलचेरी के डीएवी स्कूल में तीन बूथों के प्रभारी थे और 15 वोटों के मतदान के बाद वीवीपैट में से एक के असफल होने के बाद इसे एजीवीएम उ’चतर माध्यमिक विद्यालय में रखे गए अतिरिक्त वीवीपीएटी से बदल दिया गया था।
मतदान के बाद सेंथिल कुमार ने कथित तौर पर दो निगम कर्मचारियों को शेष दो ईवीएम और वीवीपैट को डीएवी स्कूल में लाने को कहा। प्रत्येक 20 बूथों के लिए दो बैलेट यूनिट, एक नियंत्रण इकाई और एक वीवीपैट निर्दिष्ट इकाइयों द्वारा प्रतिस्थापित किए जाने के रूप में दी जाती है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि चुनाव अधिकारियों ने पुलिस को सिर्फ इस घटना के बारे में सूचित किया और कोई शिकायत नहीं हुई।
पुलिस ने चार अधिकारियों को भेजा नोटिस
इस मामले के संबंध में पुलिस ने चार अधिकारियों को नोटिस भेजा है। सूत्रों के अनुसार अधिकारियों को 12 अप्रेल को सुबह 10 बजे वेलचेरी पुलिस स्टेशन में पेश होने का निर्देश दिया गया है।
पुलिस ने चार अधिकारियों को भेजा नोटिस
इस मामले के संबंध में पुलिस ने चार अधिकारियों को नोटिस भेजा है। सूत्रों के अनुसार अधिकारियों को 12 अप्रेल को सुबह 10 बजे वेलचेरी पुलिस स्टेशन में पेश होने का निर्देश दिया गया है।
चुनाव के बाद आधिकारिक बैज पहने कुछ लोगों को वेलचेरी के पास बाइक पर वोटिंग मशीनें ले जाते पकड़ा गया था। घटना के बाद चुनाव आयोग ने मामले की जांच का आदेश देते हुए संबंधित अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
आम लोगों ने तरमणि के पास मशीन ले जा रहे लोगों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। मामले की जानकारी के बाद डीएमके और कांग्रेस के सदस्य वहां पहुंचे और स्थानीय पुलिस कर्मियों के साथ बहस करने लगे थे।
हालांकि मुख्य निर्वाचन अधिकारी सत्यब्रत साहू ने नेताओं को शांत कर स्पष्ट किया कि वे आरक्षित रिजर्व में रखी गई ईवीएम से अयोग्य थे।