जिसके बाद भजपा के राज्य प्रदेशाध्यक्ष और पार्टी प्रवक्ता व एडवोकेट केटी राघवन ने बताया कि भाजपा के कुछ पदाधिकारियों ने पहले ही मुख्य चुनाव अधिकारी से मुलाकात कर औपचारिक शिकायत कर उदयनिधि के उम्मीदवारी को रदद् करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सम्मानित भाजपा नेता स्वर्गीय सुषमा स्वराज और अरुण जेटली के खिलाफ ऐसी टिप्पणी करने के आरोप में आयोग को उदयनिधि को चुनाव लडऩे से रोक देना चाहिए। इस प्रकार की टिप्पणी सख्ती से निंदनीय है, जिसके लिए पुलिस आयुक्त के पास उदयनिधि के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज कराए गए हैं।
उदयनिधि की इस प्रकार की टिप्पणी के बाद दोनो नेताओं की बेटियों ने तत्काल प्रतिक्रिया करते हुए बयान को झूठा बताया था। सुषमा स्वराज की बेटी बंसुरी स्वराज ने कहा था कि उदयनिधि की टिप्पणी पूरी तरह से गलत है। अरुण जेटली की बेटी सोनाली जेटली ने भी उदयनिधि के बयान की निंदा कर इसे गलत करार दिया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और भाजपा एक परिवार की तरह है। मेरे पिता और प्रधानमंत्री की राजनीति से परे व्यक्तिगत संबंध थे।