इस दौरान किसानों ने उन्हें क्षतिग्रस्त फसलों के बारे जानकारी दी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को चक्रवात से हुए नुकसान का आकलन करने और एक रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजने के निर्देश दिए, ताकि उचित कार्रवाई की जा सके। इस दौरान उन्होंने किसानों को पर्याप्त मुआवजा देने के वादे के साथ-साथ राहत शिविरों में रह रहे लोगों को राहत और खाने-पीने की सामग्री भी बांटी।
उल्लेखनीय है कि पलनीस्वामी ने इससे पहले विश्व प्रसिद्ध वेलंकन्नी चर्च और नागौर दरगाह में प्रार्थना और दरगाह के पास एक तालाब का भी दौरा किया था, जो चक्रवात के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था। उन्होंने मंगलवार को केंद्रीय टीम के साथ बैठक के बाद चिदम्बरम के मंदिर शहर सहित कुड्डालोर और आसपास के क्षेत्रों का भी दौरा किया।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने चक्रवात राहत कार्यों के लिए 74.24 करोड़ रुपए की राहत राशि जारी की है। सरकार के मुताबिक इन निधियों का उपयोग क्षतिग्रस्त सडक़ों, घरों, पुलों और बिजली के खंभों की मरम्मत के लिए किया जाएगा।