इसके अलावा कई उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री सार्वजनिक राहत कोष में अपनी इच्छानुसार दान किया। इस प्रकार से 2.६ करोड़ का दान किया गया। समय की कमी की वजह से व्यापारी नेताओं के साथ निर्धारित बैठक को भी रद्द कर दिया गया। तिरुपुर एक्सपोर्टस एसोसिएशन के अध्यक्ष राजा एम. षणमुगम, केएम निटवेअर सीईओ केएम सुब्रमणियम और क्लासिक पोलो प्रबंध निदेशक एस. शिवरमण समेत तिरुपुर के कई अन्य उद्योगपति भी उपस्थित थे।
-सेलम स्टील प्लांट में 500 ऑक्सीजन बेडों के साथ कोविड केयर सेंटर की शुरूआत
इससे पहले मुख्यमंत्री ने सेलम स्टील प्लांट में 500 ऑक्सीजन बेडों की सुविधा के साथ स्थापित हुए कोविड केयर सेंटर की शुरूआत की। सेलम में कोरोना के मामलों में काफी तेजी से वृद्धि दर्ज हो रही है और सेलम सरकारी मोहन कुमारमंगलम मेडिकल कॉलेज अस्पताल और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए निर्धारित बेड भर चुके हैं। ऑक्सीजन बेड पाने के लिए लोगों को अस्पताल के बाहर लंबे समय तक इंतजार भी करना पड़ रहा है। जिसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने सेलम स्टील प्लांट में 500 ऑक्सीजन वाली बेड स्थापित करने का तय किया था और इसके स्थापना में अधिकारियों को दस दिन का समय भी लग गया।
एक अधिकारी ने मुख्यमंत्री को सेंटर में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में बताया तो मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों के साथ चर्चा की। अपने दौरे को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से बैनर और पार्टी झंडा नहीं लगाने की अपील की थी। जिसके बाद कार्यक्रम स्थल समेत अन्य जगहों पर मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए किसी प्रकार का बैनर नहीं लगाया गया था। नेशनल हाईवे समेत अन्य मार्गो पर मुख्यमंत्री की यात्रा से संबंधित एक भी बैनर नहीं दिखा। इससे पहले सुबह ही मुख्यमंत्री ने सेलम, तिरुपुर, कोयम्बत्तूर, मदुरै और तिरुचि जिलों के लिए अपने दो दिवसीय दौरे की शुरूआत की।
मुख्यमंत्री बनने के बाद स्टालिन का यह पहला आधिकारिक दौरा है। जिलों का दौरा कर मुख्यमंत्री कोरोना से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा कर रहे हैं। साथ ही स्टालिन ने स्पष्ट किया है कि वे पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात नहीं कर पाएंगे। इसलिए कोई भी कार्यकर्ता मुझसे मिलने या बधाई देने की कोशिश ना करें। स्टालिन ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कोरोना नियंत्रण को लेकर उठाए जा रहे गतिविधियों में खुद को व्यस्त रखने की अपील की।