तमिलनाडु में संक्रमण रोकने के लिए केरल से लगी अपनी सीमाओं पर राज्य में प्रवेश करने वाले लोगों के लिए सख्त निगरानी लागू की है। तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पुलिस के साथ नागरकोइल के पास कालियाक्कविलई और कोयम्बत्तूर जिले से सटे वालयार में सीमाओं की निगरानी कर रहे हैं।
कोरोना के खतरे को रोकने के लिए अधिकारी और पुलिस यात्रा के 72 घंटों के भीतर लिए गए कोविड टीकाकरण प्रमाण पत्र या एक निगेटिव आरटी-पीसीआर प्रमाण पत्र का सत्यापन कर रहे हैं। प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने में विफल रहने के बाद केरल के कई लोगों को वालयार सीमा पर वापस भेज दिया गया। राज्य सरकार ने केरल के यात्रियों को यात्रा के दौरान 72 घंटे के लिए पूरी तरह से टीकाकरण प्रमाण पत्र या एक निगेटिव आरटी-पीसीआर प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
वालयार चेक पोस्ट के अधिकारियों के अनुसार, राज्य में प्रवेश करने के लिए अकेले रविवार को 3000 से अधिक लोग सीमा पर पहुंचे, जिनमें से कई को अनिवार्य प्रमाण पत्र प्रदान करने में विफल रहने के बाद वापस भेज दिया गया।
अधिकारियों ने कहा कि ओणम की छुट्टियों के बाद बड़ी संख्या में लोग केरल से तमिलनाडु लौट रहे हैं और उनमें से अधिकांश ने दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया है।
पलक्कड़ की एक सॉफ्टवेयर डेवलपर राजलक्ष्मी ने बताया कि ओणम की छुट्टियों के बाद अपने कार्यस्थल कोयम्बत्तूर लौट रही थीं, उन्होंने कहा, चूंकि हमारे पास सभी अनिवार्य प्रमाण पत्र थे, इसलिए राज्य में आने में कोई परेशानी नहीं हुई, लेकिन हमने केरल के कई लोगों को देखा कि उन्हें वापस भेजा जा रहा है क्योंकि वे आवश्यक दस्तावेज प्रदान करने में विफल रहे।