तमिलनाडु के चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्री एम. सुब्रमण्यन ने दावा किया है कि केवल दो सप्ताह की अवधि में उनकी सरकार ने 15-18 वर्ष आयु वर्ग के सभी स्कूली छात्रों को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक लगा दी है। मंत्री सुब्रमण्यन ने बताया कि तमिलनाडु में 15 से 18 वर्ष के बीच के 100 प्रतिशत स्कूली छात्रों को कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक के साथ टीका लगाया गया है।
15-18 वर्ष के आयुवर्ग के लिए तमिलनाडु सरकार कोवैक्सीन का टीका निशुल्क लगा रही है और किशोरों में टीकाकरण के लिए उत्साह देखते ही बनता है। सईदापेट स्थित स्कूल में पढ़ने वाली 16 वर्ष की ज्योति ने कहा कि टीकाकरण हमें कोरोना से बचाने में मददगार है। इसीलिए टीका लगवाने से न डरें और आगे बढ़कर वैक्सीन लगवाएं। एक अन्य छात्र ने बताया कि कोवैक्सीन की पहली खुराक ले ली है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी कोविड नियमों का पालन जरूरी है। सभी मास्क लगाएं और उचित दूरी का ध्यान रखें।
भारत सरकार ने इस साल 3 जनवरी से 15-18 आयु वर्ग के लिए कोविड टीकाकरण अभियान शुरू किया था, क्योंकि कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट की वजह से मामलों में वृद्धि हुई थी। 2007 या उससे पहले पैदा हुए संभावित लाभार्थी टीकाकरण के लिए पात्र हैं। केंद्र ने केवल छोटे बच्चों के लिए भारत बायोटेक के कोविड वैक्सीन (कोवैक्सिन) को मंजूरी दी है।
छात्र को-विन पोर्टल पर अपना पंजीकरण करा सकते हैं या आईडी प्रूफ देकर टीका लगवा सकते हैं। तमिलनाडु राज्य में 15 से 18 वर्ष की आयु के कुल 33,46,000 बच्चे कोविड टीकाकरण के लिए पात्र हैं। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 3 जनवरी को सरकारी गल्र्स हायर सेकेंडरी स्कूल पोरूर में इस आयु वर्ग के लिए टीकाकरण का उद्घाटन किया।