-रजनीकांत
सुपरस्टार रजनीकांत ने कहा कि वे कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। साथ ही सभी से इस फैसले का स्वागत करने का आग्रह करता हूं। उन्होंने कहा कि सभी धर्म के लोगों को देश के भलाई और विकास के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
-वाइको
एमडीएमके प्रमुख वाइको ने कहा कि अनुसूचित जाति के फैसले ने धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों को बनाए रखने के महत्व को रेखांकित किया। भारत का इतिहास बताता है कि बहुसंख्यक समुदाय के लोग अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षा कवच बने हुए थे। इसलिए सभी समुदाय के लोगों का कर्तव्य है कि वे सांप्रदायिक सद्भाव को बनाए रखें।
– केएस अलगिरी
तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के.एस. अलगिरी ने कहा कि हम सब को कोर्ट के इस फैसले को स्वीकार करना चाहिए। विवाद के सभी पहलुओं को देखते हुए कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है। इसलिए इसे भगवान का फैसला मानकर स्वीकार कर लेना चाहिए।
-इंडियन यूनियन ऑफ मुस्लिम लीग
इंडियन यूनियन ऑफ मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. एम. कादर मोहिदीन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के पक्ष या विपक्ष पर विचार करने की अब कोई आवश्यकता नहीं है। सभी समुदाय के लोगों को शांति बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह वक्त सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार कर इसे लागू करने के लिए कदम उठाए जाने का है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की तमिलनाडु इकाई ने सभी से सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करने और शांति बनाए रखने की अपील की।