धर्म के नाम पर जनता को अलग करने की कोशिश : एआईएडीएमके
चेन्नईPublished: Feb 06, 2019 05:13:16 pm
– स्टालिन का दो साल पुराना वीडियो – हिन्दू मुन्ननी ने कहा स्टालिन मांगें माफी
चेन्नई. डीएमके अध्यक्ष एम. के. स्टालिन के दो साल पुराने वीडियो जारी होने से सोशल मीडिया पर मची हलचल के बाद मंगलवार को सत्तारूढ़ एआईएडीएमके ने आरोप लगाया कि धर्म के नाम पर राज्य की जनता को बांटने की कोशिश की जा रही है।
स्टालिन की सख्ती से निंदा करते हुए एआईएडीएमके ने कहा उन्होंने हिन्दू रीति रिवाज का अपमान किया है, जो कि सही नहीं है। पार्टी के मुखपत्र नमदु पूरच्ची तलैवी अम्मा में छपे एक लेख के अनुसार हिन्दू धर्म के लोगों के विश्वास का मजाक बनाना सरासर गलत है।
हिन्दू मुन्ननी संस्थापक रामगोपालन ने भी स्टालिन से माफी मांगने को कहा है। उन्होंने कहा कोई भी राजनीतिक पार्टी किसी एक की नहीं होती बल्कि वह सभी के लिए होती है और सबका सम्मान करना चाहिए। इसमें किसी को हस्तक्षेप करने और शादी करने के तरीके बताने की जरूरत नहीं है।
स्टालिन के वीडियो को आपत्तिजनक बताने से इनकार करते हुए डीएमके प्रवक्ता ने कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए दो साल पुराने वीडियो को जारी किया गया है। सोशल मीडिया पर तेजी स वायरल लगभग दो मिनट के इस वीडियो में स्टालिन ने पारंपरिक वैदिक प्रणाली की आलोचना की है।
उन्होंने कहा था कि हवन से उठने वाले धुएं से दूल्हा और दुल्हन को ही नहीं बल्कि शादी में शामिल होने वाले अन्य लोगों की आंखों में भी आंसू आ जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि हवन के समय कुर्सी पर आराम से बैठने के बजाय दूल्हा दुल्हन को जमीन पर बैठना होता है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो क्लिपिंग के वायरल होने के बाद एक तरफ स्टालिन की आलोचना हो रही है तो दूसरी तरफ उनका समर्थन हो रहा है कि वे द्रविड़ आंदोलन के सिद्धांतों की वकालत कर रहे हैं।