यहां तिरुमला में गुरुवार को अन्नमैया भवन में टीटीडी बोर्ड की पांच घंटे से अधिक समय तक बैठक चली। बोर्ड के चेयरमैन वाईवी रेड्डी ने इसके बाद पत्रकारों से वार्ता में उक्त निर्णय की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बोर्ड ने एक समिति बनाने का निर्णय किया है जिसमें प्राधिकारियों के अलावा, बुद्धिजीवी, हिन्दू धर्म मठों के प्रमुख और भक्तगण शामिल होंगे। यह समिति व्यर्थ और अतिक्रमित सम्पत्तियों के लाभदायक उपयोग का अध्ययन कर सुझाव देगी।
टीटीडी चेयरमैन ने कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया में इस बात को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया गया कि बोर्ड अप्रयुक्त और अतिक्रमित सम्पत्तियां बेच रहा है। नतीजतन भक्तगणों ने भी गहरी निराशा जताई। अब आंध्रप्रदेश सरकार के शासनादेश की पृष्ठभूमि में बोर्ड ने नीलामी का निर्णय टाल दिया है।
जांच समिति का गठन
बोर्ड ने निर्णय किया है कि वह सरकार को पत्र लिखकर नीलामी के निर्णय संबंधी पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए समिति गठित करने की मांग करेगी। पत्र में समिति अथवा सतर्कता आयोग अथवा समकक्षी जांच एजेंसी के गठन की मांग रखी जा सकती है।
बोर्ड अध्यक्ष ने तिरुपति बालाी मंदिर में श्रीवारि दर्शन को लेकर कहा कि लॉक डाउन की समाप्ति के बाद सरकार के निर्देशानुसार भक्तों के लिए पट खोल दिए जाएंगे। हमने दर्शन को लेकर तैयारियां तथा लड्डू वितरण वाले क्षेत्र का अवलोकन किया है। इसमें भक्तों के बीच पर्याप्त दूरी रखने को कहा गया है। लॉक डाउन के बाद सरकार से हरी झण्डी मिल जाए तो दर्शन शुरू हो जाएंगे।
विराम गृह का आवंटन
तिरुमला में विराम गृह आवंटन को लेकर पारदर्शी नीति अपनाई जाने की रेड्डी ने जानकारी दी। उनका कहना था कि अब तक नामांकन की जो नीति थी उसे बंद कर दिया जाएगा। अधिकारियों को तत्संबंधी निर्देश जारी कर दिए गए है कि वे नियमावली बनाएं।
तिरुपति में चिल्ड्रेन हॉस्पिटल
उन्होंने कहा कि सीएम वाईएस जगनमोहन रेड्डी चाहते हैं कि तिरुपति में चिल्ड्रेन स्पेशलिटी अस्पताल नितांत जरूरी है। बोर्ड ने तय किया है कि हैदराबाद के निलोफर हॉस्पिटल की तर्ज पर यहां चिल्ड्रेन हॉस्पिटल बनाया जाएगा जो पूरी तरह बाल उपचार के लिए समर्पित होगा।