कुलाचल के तट से 20 समुद्री मील दूरी पर सिंगापुर से मुंबई जा रहा पनामा का मालवाहक जहाज नवियास वीनस कथित रूप से मछुआरों की बोट से सीधा जा टकराया। मछुआरों की नाव क्षतिग्रस्त हो गई। कुछ मछुआरे अंदर फंस गए जिनको बाहर निकाला गया। दुर्घटना में मेलमनकुड़ी के अरुलराज और कुलाचल के जॉन घायल हुए है। पंद्रह मछुआरे भी मामूली रूप से घायल होने से बच गए।
कोस्टगार्ड को दी सूचना
उस समय नाव चला रहे मछुआरे रूबेन रोज़ ने भारतीय तटरक्षक बल को वायरलेस तरीके से दुर्घटना की सूचना दी। इसके बाद, भारतीय तटरक्षक बल का जहाज शनिवार सुबह गहरे समुद्र में पहुंचा और घायल मछुआरों जॉन और अरुलराज को बचाकर कोचीन बंदरगाह ले गया।
विदेशी जहाज क्रू से पूछताछ
पनामा के मालवाहक जहाज और उसमें सवार लोगों को पूछताछ के लिए कोचीन बंदरगाह ले जाया गया। घायल मछुआरों का कोच्चि के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। अन्य मोटरबोट के मछुआरों की मदद से बचाए गए १५ मछुआरे कुलाचल तट पर गए हैं। एक विदेशी मालवाहक जहाज के मछली पकडऩे वाली नाव से टकरा जाने की घटना से मछुआरों में हड़कंप मच गया है।
विदेशी जहाज पर मामला दर्ज हो
दक्षिण एशियाई मछुआरा संघ के महासचिव चर्चिल ने केंद्र और राज्य सरकारों से आग्रह किया है कि राष्ट्रीय और विशेष आर्थिक जल क्षेत्र में मछुआरों को सुरक्षा प्रदान की जाए। विदेशी जहाज के नाविक और जहाज के मालिक के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जाना चाहिए, जिसके कारण यह हादसा हुआ। प्रभावित मछुआरों को उचित राहत भी मिलनी चाहिए।