सिंगानल्लूर के मसकालीपालयम स्थित आंगनवाड़ी में पहला शिशु का टीकाकरण हुआ था। वहीं दूसरे शिशु को साउरीपालयम के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में टीका दिया गया था।
घर लाने के बाद पहली शिशु को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। भयभीत मां शिशु को लेकर उप्पलपालयम प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गई जहां से उसे कोयम्बेत्तूर मेडिकल कॉलेज (सीएमसीएच) रैफर कर दिया गया। सीएमसीएच में बच्ची को मृत घोषित कर दिया गया। गुरुवार को शिशु का पोस्टमार्टम हुआ जिसमें शिशु के फेफड़ों में तरह भर जाने की वजह से मौत होने की पुष्टि हुई।
दूसरे शिशु का टीकाकरण बुधवार को हुआ था, लेकिन बुधवार को शिशु में कोई लक्षण नहीं दिखे। गुरुवार को उसकी तबियत बिगडऩे लगी। अभिभावक बच्ची को लेकर प्राइवेट अस्पताल भागे। जांच के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि साउरीपालयम स्वास्थ्य प्राथमिक केन्द्र में 13 शिशुओं का टीकाकरण किया गया लेकिन किसी शिशु में कोई लक्षण नहीं दिखे। सभी शिशु स्वस्थ है। शिशु के मौत की वजह का पता नहीं लग पाया है।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव डा. जे. राधाकृष्णन ने कहा है कि विभाग ने दोनों शिशुओं की मौत की आंतरिक जांच शुरू कर दी है। उन्होंने यह भी कहा है कि दोनों टीके अलग-अलग बैचों से थे और दोनों मृत शिशुओं के साथ-साथ अन्य शिशुओं को टीका लगाया गया था, वे किसी भी तरह से प्रभावित नहीं हैं।