फर्जी बिल मामले में राजभवन के दो अन्य कर्मचारी गिरफ्तार
राज्यपाल आवास के लिए फर्नीचर की खरीदी में कथित रूप से फर्जी बिल लगाने के आरोप में राजभवन के दो और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया

चेन्नई. राज्यपाल आवास के लिए फर्नीचर की खरीदी में कथित रूप से फर्जी बिल लगाने के आरोप में राजभवन के दो और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। हिरासत में लिए गए शिवकुमार एवं कुप्पुसामी यहां सहायक लेखाधिकारी एवं लेखाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। जांच में पता चला है कि दोनों 2015-17 के दौरान सार्वजनिक धन के गबन में शामिल थे। फरवरी 2016 में राज्यपाल के उप सचिव एवं नियंत्रक सौरी राजन ने गिंडी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। जांच के दौरान पाया गया कि मोहम्मद यूनिस पिछले 15 सालों से फर्नीचर की आपूर्ति कर रहा था। इसके अलावा यह भी पाया गया कि कर्मचारियों ने उन फर्नीचरों के भी फर्जी बिल तैयार कर डाले जिनकी आपूर्ति ही नहीं की गई थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आमतौर पर 10 हजार रुपए की खरीदी के लिए कम से कम तीन कोटेशन मंगाने के बाद उसमें से सबसे कम कीमत का कोटेशन देने वाले से समान खरीदने का नियम है। इसी प्रकार 10 लाख रुपए से अधिक की खरीदी के लिए खुली निविदा निकालने का नियम है। अधिकारियों ने पाया कि शिवकुमार एवं कुप्पुसामी ने बिल का भुगतान करने से पहले उसकी जांच नहीं की थी। गौरतलब है कि अप्रैल महीने में एस. राजेश (कार्यालय सहायक) एवं जस्टिन राजेश नामक राजभवन के एक अन्य कर्मचारी की गिरफ्तारी भी हुई थी।
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