scriptबाइलेटरल कर्णावर्ती प्रत्यारोपण कर लौटाई बच्चे की श्रवण शक्ति | Two-year old toddler gets bilateral Cochlear Implantation using the wo | Patrika News

बाइलेटरल कर्णावर्ती प्रत्यारोपण कर लौटाई बच्चे की श्रवण शक्ति

locationचेन्नईPublished: Apr 14, 2021 10:45:28 pm

Submitted by:

Santosh Tiwari

-क्राउड फंडिंग के जरिए उठाया गया इलाज का खर्च
-जन्मजात बहरेपन का शिकार था बच्चा

बाइलेटरल कर्णावर्ती प्रत्यारोपण कर लौटाई बच्चे की श्रवण शक्ति

बाइलेटरल कर्णावर्ती प्रत्यारोपण कर लौटाई बच्चे की श्रवण शक्ति

चेन्नई.

यहां चेन्नई के एमजीएम हेल्थकेयर के चिकित्सकों ने एक दो साल के बच्चे की एक साथ बाइलेटर कर्णावर्ती की सफल प्रत्यारोपण सर्जरी की है। इसमें दुनिया के सर्वाधिक एडवान्स साउंड प्रोसेसर्स एवं वायरलेस आफ द इयर टेक्नालाजी का उपयोग किया गया है। यह बच्चा उड़ीसा का रहने वाला है। तमिलनाडु में सबसे कम उम्र में किया गया यह पहला प्रत्यारोपण है। इस डिवाइस में वायरलेस (आफ द इयर) स्पीच प्रोसेसर है। अरबिन्द नाम के इस बच्चे को जन्म के बाद स्पीच एवं हियरिंग आकलन के लिए नियमित जांच की गई। इसमें जन्मजात बहरेपन का पता चला। सर्वश्रेष्ठ हियरिंग एड के उपयोग के बाद भी उसके सुनने की क्षमता में सुधार नहीं हुआ। परिवार के लोगों ने चेन्नई के चिकित्सकों से संपर्क किया। प्रारंभिक जांच के बाद डा.संजीव मोहंती एवं उनकी टीम ने परिजनों को बताया कि कर्णावर्ती प्रत्यारोपण ही इसका एकमात्र इलाज विकल्प है। जिसके बाद बच्चे को पूर्ण बहरेपन से बचाया जा सका।
बढ़ाई गई साउंड की गुणवत्ता

इस टेक्नालाजी में 3 टेसला एमआरआई संगतता है। यह पानी के अंदर भी काम कर सकता है। ब्लूटूथ कनेक्टिविटी से लैस यह डिवाइस रिचार्जेबल बैट्री से संचालित होता है। डा.मोहन्ती ने बताया कि एक साथ बच्चे के दोनों कानों में वायरलेस (आफ द इयर) कान्सो 2 स्पीच प्रोसेसर्स के साथ कोचलियर प्रोफाइल 632 पेरीमोडिओलर स्लीम सीरीज का प्रत्यारोपण किया गया। इससे साउंड की गुणवत्ता बढ़ती है जो रोगी के सुनने और समझने के लायक होता है। इससे उसके दैनिक गतिविधि में सहयोग मिलेगा और जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।
अब होगी आडिटरी वर्बल थेरेपी

उन्होंने कहा कि इस मामले में हियरिंग एड का कोई परिणाम नहीं निकला। इस सर्जरी के जरिए इम्प्लांट्स आडिटरी नर्व के सीधे संपर्क में आया। इसके बाद साउंड को कैप्चर एवं प्रोसेस किया गया। साथ ही नर्व को इलेक्ट्रिकली उत्तेजित किया गया। उन्होंने कहा कि सर्जरी के बाद बच्चा बेहतर महसूस कर रहा है। इसके बाद उसे आडिटरी वर्बल थेरेपी सत्र के लिए भेजा जाएगा ताकि उसकी कम्युनिकेशन एवं स्पीच योग्यता बढ़ सके। इस पूरे इलाज की जरूरतों को पूरा करने के लिए दानदाता आगे आए एवं क्राउड फंडिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया।
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