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तमिलनाडु में क्षतिग्रस्त हुए फसल की भरपाई के लिए केंद्र ने दिए 1558 करोड़

locationचेन्नईPublished: Dec 18, 2019 03:26:45 pm

Submitted by:

Vishal Kesharwani

1558 crore has been allocated as crop insurance scheme for 8.76 lakh farmers of Tamil Nadu
तमिलनाडु के 8.76 लाख किसानों के लिए फसल बीमा योजना के रूप में 1558 करोड़ आवंटित किया है

तमिलनाडु में क्षतिग्रस्त हुए फसल की भरपाई के लिए केंद्र ने दिए 1558 करोड़

तमिलनाडु में क्षतिग्रस्त हुए फसल की भरपाई के लिए केंद्र ने दिए 1558 करोड़

तमिलनाडु में क्षतिग्रस्त हुए फसल की भरपाई के लिए केंद्र ने दिए 1558 करोड़
तिरुचि. केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफवाई) 2018-19 के तहत तमिलनाडु के 8.76 लाख किसानों के लिए फसल बीमा योजना के रूप में 1558 करोड़ आवंटित किया है। इसके तहत तिरुवारूर के 1.14 लाख किसानों में 290.37 करोड़, तंजावुर के 1.4 लाख किसानों में 286.42 करोड़, नागपट्टिनम के 99 हजार 280 किसानों में 227.5 करोड़ और पुदुकोट्टै के 1.30 लाख किसानों में 157.82करोड़ के वितरण समेत अन्य डेल्टा जिलों के किसानों को राशि दी जाएगी। एक अधिकारी ने बताया कि गजा चक्रवात के दौरान इन जिलों के फसल बुरी तरह से बर्बाद हुए थे। किसानों में सहायता राशि देने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।

बैंकों द्वारा उनके ऋणों के लिए समायोजित नहीं किए जाने का आग्रह

इसी बीच बैंक से लोन लेने वाले किसानों ने सरकार से फसल नुकसान के लिए एकाउंट में आने वाले सहायता राशि को बैंकों द्वारा उनके ऋणों के लिए समायोजित नहीं किए जाने का आग्रह किया। कृषि विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वर्ष २०१६ में पीएमएफवाई शुरू होने के बाद तमिलनाडु के डेल्टा जिलों के किसानों ने इसमें पंजीकृत कराने को लेकर ज्यादा रूचि नहीं दिखाई थी, लेकिन गजा चक्रवात के बाद २४.०४ लाख किसान और ३५.३७ लाख एकड़ भूमि को २०१८-१९ के लिए इस योजना के तहत बीमाकृत किया गया था। इसके अलवा वित्तीय वर्ष २०१९-२० के लिए इस योजना में १३ लाख एकड़ भूमि को शामिल किया गया है।

 

तमिलनाडु विवासायगल संगम के जिला सचिव पी.एस. मसिलामणी ने कहा कि जागरूकता अभियान की वजह से इस योजना के बारे में तंजावुर के किसानों को अच्छे से पता था। टीएससी किसान विंग के पुलियूर ए. नागराजन ने जिला कलक्टर से सहकारी बैंक के अधिकारियों को किसानों के एकाउंट में आने वाले फसल बीमा राशि को लोन राशि के रूप में नहीं काटने का निर्देश देना का आग्रह किया।

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