घर पर रहकर की तैयारी, हासिल की सातवीं रैंक
चेन्नईPublished: Aug 04, 2020 11:42:36 pm
-तमिलनाडु के गणेश कुमार भास्कर-यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा
चेन्नई. तमिलनाडु के 27 वर्षीय गणेश कुमार भास्कर ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर सातवीं रैंक हासिल की हैं। वे तमिलनाडु के टापर बने हैं। सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी उन्होंने घर पर रहकर ही की। वे मदुरै जिले के नागमलै पुदुकोट्टै के रहने वाले हैं। भास्कर े अपनी स्कूली शिक्षा देश के अलग-अलग हिस्सों से की। कारण कि उनके पिता एस.पी.भास्कर केन्द्र सरकार में केबिनेट सचिवालय में है और वर्तमान में वे नागरकोइल में उप आयुक्त है।
गणेश कुमार भास्कर के करीब एक दशक पहले बारहवीं करने के बाद उनके पिता मालदीव में भारतीय उच्चायोग में पदस्थापित थे। तब से ही उन्होंने निश्चय कर लिया कि उन्हें भारतीय विदेश सेवा में जाना है और भारत का प्रतिनिधित्व करना है। आईआईटी कानपुर से बीटेक के बाद आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए किया। एमबीए में दूसरे वर्ष के दौरान वर्ष 2016 में उन्होंने तैयारी शुरू कर दी।
उन्होंने अपने कालेज के दो वरिष्ठ साथियों के सहयोग से तैयारी शुरू की जो अभी आईएएस बन चुके हैं। उन्होंने ही सलाह दी कि कोचिंग सेन्टर ज्वाइन करने की जरूरत नहीं है। घर पर तैयारी करने से बहुत समय बच गया। 2017 में पहला प्रयास था और कोई विशेष तैयारी नहीं हो पाई। तब प्रिलिम्स भी क्लियर नहीं हो सका। भास्कर बेंगलुरु में एक टेक कंपनी में प्रोडक्ट मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। घर से तैयारी करते वक्त कुछ आनलाइन कक्षाएं जरूर अटैण्ड की। लेकिन वहां से केवल बेसिक जानकारी मिल रही थी इस कारण छोड़ दी।
गणित रहा मुख्य विषय
गणित उसका मुख्य विषय रहा। इसके लिए 16 पुस्तकों का एक सेट खरीद लिया। गणित के लिए कई टेस्ट सीरिज किए। पिता व माता बी. लीलावती के सहयोग के चलते फरवरी 2019 में नौकरी छोड़ दी। यह प्रिलिम्स परीक्षा के तीन महीने पहले की बात थी। घर पर रहते रोज करीब आठ घंटे अध्ययन किया। परीक्षा से एक महीने पहले 12 से 14 घंटे अध्ययन किया। यह काफी तनावपूर्ण रहा लेकिन उम्मीद टाप-100 में स्थान लाने की थी।
पहले से थी अच्छी तैयारी
गणेश किसी को घर से तैयारी करने के लिए सुझाव नहीं देते। वे कहते हैं हरेक के तैयारी का पैटर्न अलग होता है। गणेश एक इंजीनियरिंग के छात्र रहे। यदि वे राजनीति विज्ञान या अन्य विषय लेते तो तैयारी के लिए कोचिंग लेनी पड़ती। लेकिन गणित विषय लिया जिसमें उनकी तैयारी कालेज स्तर से ही अच्छी थी। ऐसे में घर पर तैयारी करते किसी तरह की परेशानी नहीं हुई।