उन्होंंने कहा कि जाति और धार्मिक भावनाओं को प्राथमिकता देने का समय नहीं है बल्कि इस घटना को अघन्य अपराध के रूप में देखा जाना चाहिए। आरोपियों को जमानत पर रिहा नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे और पूर्व डीएमके मंत्री के.पोनमुड़ी ने जिला कलक्टर ए. अन्नादुरै से मुलाकात कर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण कर्मचारी गारंटी योजना के तहत कार्य शुरू करने का आग्रह किया है। जिसके बाद कलक्टर ने कंटेनमेंट जोन को छोड़ कर अन्य जगहों पर काम शुरू कराने का आश्वासन भी दिया है। उल्लेखनीय है कि जिंदा जली नाबालिग ने सोमवार को मुंडयमबाक्कम स्थित विल्लुपुरम सरकारी कॉलेज व अस्पताल में दम तोड़ दिया था। गंभीर बात यह भी है कि लडक़ी ने मरने से पहले खुद को जिंदा जलाने का आरोप एआईएडीएमके के 2 कार्यकर्ताओं पर लगाया था। इस मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दोनों आरोपी के नाम जी. मुरुगन और के. कलियापेरूमाल है। बताया जा रहा है कि यह दोनों ्रएआईएडीएमके पार्टी के सदस्य हैं।