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AIADMK में दोहरा नेतृत्व कायम रहे, पार्टी बिखराव का भागी नहीं बनना चाहता : OPS

locationचेन्नईPublished: Jun 16, 2022 09:34:29 pm

Submitted by:

P S VIJAY RAGHAVAN

EPS-OPS : पार्टी में एकल नेतृत्व के मसले के उपजे विवाद के बीच ओ. पन्नीरसेल्वम ग्रीनवेज रोड स्थित अपने आवास पर गुरुवार को दिनभर काफी व्यस्त रहे और शाम को प्रेसवार्ता कर सभी को चौंकाया।

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AIADMK में दोहरा नेतृत्व कायम रहे, पार्टी बिखराव का भागी नहीं बनना चाहता : OPS

EPS-OPS : AIADMK में एकल नेतृत्व को लेकर उपजे विवाद के बीच समन्वयक ओ. पन्नीरसेल्वम (OPS) ने गुरुवार को प्रेसवार्ता कर सह-समन्वयक एडपाड़ी के. पलनीस्वामी (ईपीएस) को परोक्ष रूप से आगाह किया कि मामले को तूल देकर पार्टी में बिखराव के भागी नहीं बनें।


१६ जून को जिला सचिवों की बैठक के बाद पार्टी प्रवक्ता डी. जयकुमार ने पत्रकारों से कहा था कि एकल नेतृत्व को लेकर वरिष्ठ नेताओं ने राय रखी है। इस पर किसी भी तरह का फैसला हाईकमान द्वारा किया जाएगा। इस बीच न केवल पोस्टर अभियान छिड़ा बल्कि दोनों नेताओं ने समर्थकों से अलग-अलग बैठकें भी कीं।


बदलते घटनाक्रम के बीच ओपीएस ने अचानक संवाददाता सम्मेलन बुलाते हुए सधे अंदाज में ईपीएस और उनके समर्थकों को अल्टीमेटम दिया कि २३ जून को होने वाली महापरिषद की बैठक में सबकुछ ठीक-ठाक हो इसकी वे ईश्वर से प्रार्थना करते हैं।


ईपीएस से वार्ता को तैयार
एकल नेतृत्व का मसला कहां से उपजा कैसे आया इसके प्रति अनभिज्ञता व्यक्त करते हुए पन्नीरसेल्वम ने कहा कि दोहरा नेतृत्व सही काम कर रहा है और यही जारी रहना चाहिए। एकल नेतृत्व के बारे में ईपीएस को अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए। बैठक में उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं कहा था। वे इस मसले पर ईपीएस से बात करने को तैयार हैं। दोनों को मिलकर यह पता लगाना होगा कि किसने यह मसला उछाला है और उसकी निन्दा करनी होगी।

महासचिव पद का चुनाव
महासचिव पद को लेकर उनकी प्रतिक्रिया थी इसका केवल चुनाव ही हो सकता है। उनकी अनुमति के बिना यह प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकती। वे जयललिता के विश्वासपात्र रहे हैं। महासचिव पद का चुनाव किया जाना जयललिता के साथ विश्वासघात की तरह रहेगा। वीके शशिकला को अस्थाई रूप से पार्टी के मार्गदर्शन के लिए उस पद पर बिठाया गया था। राज्य में विपक्षी दल के रूप में अन्नाद्रमुक की स्थिति पर उनका जवाब था कि विधानसभा चुनाव के नतीजों से जनता ने स्पष्ट कर दिया है कि राज्य की प्रतिपक्षी पार्टी कौन है?

AIADMK में दोहरा नेतृत्व कायम रहे, पार्टी बिखराव का भागी नहीं बनना चाहता : OPS
Harihara Krishnan IMAGE CREDIT: Harihara Krishnan
पार्टी से किनारे नहीं किया जा सकता
पन्नीरसेल्वम ने सधे अंदाज में कहा कि उन्होंने समन्वयक पद से हटाने का कोई दबाव नहीं है। उनको पार्टी से किनारे नहीं किया जा सकता। पद से हटाने का किसी को अधिकार है तो वे पार्टी के कार्यकर्ता हैं। वे नहीं चाहते हैं कि पार्टी टूटे। इसलिए हमेशा शांत रहे और कोई मुद्दों को नजरंदाज भी किया। एकल नेतृत्व के पेचीदा विषय से कार्यकर्ताओं को आशंकित और भ्रमित नहीं किया जाना चाहिए।
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