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‘जल’ को तरसा जलदाय मंत्री का इलाका

locationचेन्नईPublished: Nov 14, 2018 01:25:07 pm

राजस्थान का रण…- जवाई का पानी मिला, लेकिन मीठा पानी अब भी दूर की कौड़ी
-जैतारण विधानसभा क्षेत्र के प्रवासियों ने कहा

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‘जल’ को तरसा जलदाय मंत्री का इलाका

चेन्नई. चालीस साल से भाजपा में। पार्टी ने सात बार टिकट दिया और पांच बार जीते। दो बार भाजपा सरकार में मंत्री। इस बार भाजपा ने टिकट काटा तो निर्दलीय चुनाव का ऐलान कर दिया। भाजपा की पहली सूची में 131 नामों की घोषणा की गई लेकिन जैतारण विधायक व जलदाय मंत्री सुरेन्द्र गोयल का नाम सूची में नहीं था। गोयल ने अपने समर्थकों के साथ मंत्रणा के बाद भाजपा की प्राथमिकता सदस्यता से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव लडऩे का मानस बना लिया। गोयल मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी माने जाते हैं और उन्हें टिकट मिलने की पूरी आस थी। इसी उम्मीद के चलते कुछ दिनों पहले ही वे प्रवासियों को चुनाव के लिए पीले चावल देकर निमंत्रित करने चेन्नई आए थे। भाजपा ने गोयल की जगह इस बार नए चेहरे अविनाश गहलोत पर दांव खेला है। गहलोत युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष रहने के साथ एक बार पालिका चुनाव में मंडल अध्यक्ष का चुनाव हार चुके हैं। गोयल के समर्थन में जैतारण विधानसभा क्षेत्र के सात भाजपा मंडल अध्यक्षों ने भी इस्तीफा दे दिया। इनमें जैतारण, गरनिया, बलाड़ा, बलूंदा, निमाज, बाबरा, व बर शामिल है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर राजस्थान पत्रिका की ओर से आयोजित टॉक शो मेंं पाली जिले के जैतारण विधानसभा क्षेत्र के प्रवासियों ने खुलकर बात की। प्रवासियों ने विधायक के कामकाज को सराहा और कहा कि इलाके में जवाई का पानी पहुंचा तो हैं लेकिन मीठा पानी अब भी दूर की कौड़ी बना हुआ है। क्षेत्रीय विधायक खुद जलदाय मंत्री भी है लेकिन उन्ही के इलाके के लोगो कों पेयजल के लिए तरसना पड़ रहा है। जवाई बांध का पानी सभी गांवों तक नहीं पहुंच पाया है। जैतारण में सीवरेज लाइन बिछाने के लिए 47 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं लेकिन अभी काम अधूरा पड़ा है। ग्राणीण क्षेत्रों में आज भी परिवहन साधनों का अभाव नजर आता है। अलबत्ता प्रवासियों की राय में विधायक की छवि निर्विवादित रही है और सर्वसुलभ व आमजन के बीच लोकप्रिय रहे हैं। जैतारण विधानसभा क्षेत्र में करीब 2 लाख 78 हजार से अधिक मतदाता है। इस विधानसभा क्षेत्र के निवासी तमिलनाडु, कर्नाटक, आन्ध्रप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात समेत अन्य प्रदेशों में फैले हैं।
क्षेत्र में विकास के खूब काम करवाए
चेन्नई प्रवासी निमाज निवासी रामलाल कुमावत कहते हैं, जैतारण विधानसभा क्षेत्र से विधायक एवं मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने विधानसभा क्षेत्र में विकास के खूब कार्य करवाए। उनकी पहचान एक सर्वसुलभ नेता के रूप में हैं। जैतारण में महाविद्यालय उन्हीं के प्रयासों से शुरू हो सका। चाहे घर-घर पानी पहुंचाने का कार्य हो या फिर इलाके में सडक़ों का निर्माण। उनकी तत्परता से विधानसभा क्षेत्र आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। इलाके की प्रमुख समस्या बजरी खनन की है। बजरी खनन पर प्रतिबंध होने के चलते लोगों को महंगी दरों पर बजरी खरीदनी पड़ रही है। निमाज के ही पवन कुमावत ने भी उनके सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि गोयल क्षेत्र में करवाए विकास कार्यों की बदौलत हर वर्ग के चहेते बन चुके हैं। उनके करवाए विकास कार्य खुद बोलते हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में किए विशेष प्रयास
मोहराई निवासी पप्पूसिंह कहते हैं, शिक्षा के क्षेत्र में क्षेत्रीय विधायक एवं मंत्री का प्रयास विशेष रूप से सराहनीय रहा है। जैतारण में सीवरेज का कार्य हुआ है। समूचे विधानसभा क्षेत्र में गोयल की छवि एक निर्विवाद नेता की रही है। उन्होंने हर वर्ग एवं जाति के लिए कार्य किया है। उनकी उपलब्धियों की एक लम्बी सूची बन सकती है। निम्बेड़ा कलां के माणकचन्द कुमावत कहते हैं, क्षेत्रीय विधायक छत्तीस कौम को साथ लेकर चलने वाले नेता रहे हैं। सरकार ने विकास की कोई कमी नहीं रखी। बिजली, पानी, सडक़ समेत विकास की गंगा बहाई।
नहीं करनी थी पार्टी से बगावत
निमाज निवासी लक्ष्मणसिंह राजपुरोहित कहते हैं, क्षेत्रीय विधायक एवं मंत्री सुरेन्द्र गोयल को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया तब भी गोयल को भाजपा के साथ ही रहना चाहिए था। भाजपा से बगावत नहीं करनी चाहिए थी। वैसे इलाके में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है। हर गांव में पेयजल का मीठा पानी भी उपलब्ध हो सका है। निमाज के ही मदनलाल कुमावत कहते हैं, भाजपा ने सुरेन्द्र गोयल को उम्मीदवार नहीं बनाकर गलत किया हैं, इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ सकता है। गोयल भाजपा के सशक्त दावेदार थे।
लम्बे समय से खराब पड़ी रोडलाइटें
झांझणवास निवासी रामलाल गुर्जर कहते हैं, विधायक का पैतृक गांव पाटवा हैं जो झांझणवास से तीन किमी की दूरी पर है। पाटवा में विकास के खूब काम हुए हैं। अन्य ग्रामीण इलाकों की तस्वीर बेहतर हुई है। झांझणवास में एक दर्जन रोड लाइटें लगाई गई थीं जो लम्बे समय से खराब पड़ी है। निमाज के अशोक कुमावत व प्रकाश कुमावत ने भी पिछले पांच वर्ष में इलाके में हुए विकास कार्य की सराहना करते हुए इसके लिए क्षेत्रीय विधायक के प्रयासों को सराहा।
इलाज के लिए जोधपुर का रुख
बिरामपुरी गांव के लक्ष्णमराम जाट कहते हैं, इलाके में बड़े अस्पताल का अभाव बना हुआ है, ऐसे में गंभीर बीमारी होने पर या तो ब्यावर या फिर जोधपुर जाकर इलाज करवाना पड़ता है। जैतारण में भी अस्पताल हैं लेकिन चिकित्सकों की कमी एवं उपकरणों के अभाव में समय पर इलाज मुहैया नहीं हो पाता है। ऐसे में सरकारी अस्पताल होते हुए भी कई बार निजी अस्पतालों में जाकर इलाज करवाना पड़ता है।
जनता का साथ
धारानगरी के महेन्द्र कुमावत कहते हैं, विधायक के प्रयासों से ही इलाके के हर गांव-ढाणी तक पानी की पाइपलाइन पहुंची है। कभी इलाके में पेयजल की घोर समस्या थी लेकिन आज खूब पानी मिल रहा है। जैतारण विधानसभा क्षेत्र को ऊंचाइयों पर ले जाने का विधायक ने पूरा प्रयास किया है। उनकी मिलनसार छवि एवं सरल-सहज स्वभाव के चलते मतदाताओं पर अच्छी पकड़ हैं। नारायण कुमावत कहते हैं, भले ही भाजपा ने सुरेन्द्र गोयल को टिकट नहीं दिया हैं लेकिन वे निर्दलीय खड़े होकर रिकार्ड मतों से जीत हासिल करेंगे। जनता उनके साथ हैं।

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