सूत्रों के अनुसार मुदुकुलत्तूर के पास सांबकुलम पंचायत के इंद्रा नगर में दलित समुदायों के सौ से अधिक परिवार बसे हैं। इस नगर में कावेरी का पेयजल, बिजली और अन्य बुनियादी सुविधाएं नहीं है। इस सिलसिले में इस क्षेत्र के निवासियों ने जिला कलक्टर से अर्जी भी लगाई लेकिन उनकी समस्याएं जस की तस है।
गांव में पानी की कमी होने की वजह से वे तीन किमी दूर ऊडैकुलम गांव जाकर सीमेंट की पानी की टंकी से सटी छोटी वाली टंकी में आने वाला अतिरिक्त पानी भरकर लाते थे।
इस बीच ऊडैकुलम गांव के लोगों ने इन परिवारों पर कथित रूप से जातिगत टिप्पणी करते हुए धमकाया और पानी भरने से रोका। इस वजह से इंद्रा नगर के लोग रात के अंधेरे में पानी लाने लगे हैं। पेयजल का संकट गहराने की वजह से वे विकल्प के रूप में बरसात और Borewell का नमकीन पानी उपयोग में ला रहे हैं जो महिलाओं व बच्चों की सेहत के लिए हानिकारक बताया जा रहा है।
मुदुकुलत्तूर पंचायत आयुक्त को भी इनकी समस्याओं का ज्ञान हो लेकिन वहां से भी कोई आस नहीं बंधी। उनका कहना है कि वे फिलहाल पानी को तरस रह हैं। उनकी मांग है कि जिला प्रशासन इंद्रा नगर के लिए पानी की अलग पाइप लाइन बिछाए।