water scarcity : अधिकांश जलाशय सूखे, आवड़ी झील में बचा है कुछ पानी
चेन्नई. महानगर
Chennai में जलापूर्ति करने वाले प्रमुख चारों जलाशय reservoir सूख चुके हैं। केवल महानगर के उत्तर इलाके के आवड़ी में एक झील में ही कुछ पानी बचा हुआ है। शहर पानी के संकट का सामना कर रहा है। 85 एकड़ में फैली परतुपट्टु झील जिसमें अतिक्रमण हो चुका था इसे नया रूप दिया गया है। इसे साफ किया गया है तथा इसे बायो पार्क के रूप में विकसित किया गया है। 28 करोड़ रुपए की परियोजना से इसे तैयार किया गया है। साथ ही तीन किमी लम्बा वाकिंग ट्रेक भी विकसित किया गया है। साथ ही झील के पास 35 करोड़ की लागत से ट्रीटमेंट प्लान्ट तैयार किया गया है। आवड़ी नगरपालिका avadi
Municipal Corporation के सीवेज को यहां रिसाइकिल किया जा सकेगा। यह पानी औद्योगिक इकाइयों के काम आ सकेगा। इसके पीछे तमिलनाडु
Tamilnadu के संस्कृति मंत्री मा. फोई पांडियराजन का दिमाग बताया जाता है। आवड़ी इलाके में ऐसी करीब 15 झीलें हैं। जल की बहाली का यह अच्छा उदाहरण है। इसी तरह अन्य झीलों को भी जोडऩे की योजना पर विचार चल रहा है।
पांडियराजन के अनुसार, वर्तमान में आवड़ी झील का पानी पीने योग्य नहीं है। ऐसे में चेन्नई के पानी की कमी इससे दूर नहीं हो सकती है। हालांकि पीने के पानी के लिए काफी उच्च गुणवत्ता तैयार करने की है। पहले कुछ गैर पारम्परिक तरीकों का उपयोग कर रहे हैं। पहले इन सभी पहलुओं को जांचने के बाद जो भी संभव होगा पानी उपलब्ध कराने के पूरे प्रयास किए जाएंगे। अपर्याप्त मानसून एवं उच्च तापमान भी झील के इस हालात के लिए जिम्मेदार है। पिछले साल मानसून की अनियमितता के चलते भी भूजल स्तर काफी नीचे जा चुका है।