शहर के विभिन्न स्थानों पर साइकिलों के लिए पार्किंग स्थल चिन्हित किए जाएंगे। कोई भी मोबाइल एप के जरिए साइकिल के लिए तय स्थल के बारे में पता कर सकेगा। साइकिल चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए इसे जीपीएस प्रणाली से जोड़ा जाएगा। तिरुचि नगर निगम का कहना है कि साइकिल चलाने वालों को तनावरहित यात्रा का अवसर प्रदान किया जाएगा। इसके लिए स्मार्ट कार्ड सुविधा का उपयोग किया जाएगा। आने वाले समय में निविदा प्रक्रिया का काम पूरा कर लिया जाएगा।
1960 से लेकर 1990 तक भारत में ज्यादातर परिवारों के पास साइकिलें थीं। यह व्यक्तिगत यात्रा का सबसे किफायती एवं ताकतवर साधन था। चाहे किसानों को खेत जाना हो या फिर शहर तक दूध की सप्लाई करनी हो, साइकिल एक बेहतर साधन हुआ करती थी। पोस्टमैन को अक्सर साइकिल पर चिट्ठियां बांटते देखा है. जमान बदला, कूरियर सेवाएं परवान चढ़ी, लेकिन साइकिल से रिश्ता कायम रहा। 1990 में उदारीकरण के बाद से हालात थोड़े बदले और लोगों का धीरे-धीरे साइकिल से मोह भंग होने लगा। मध्यवर्ग को अपना शौक पूरा करने के लिए पैसे खर्च करने में कोई गुरेज नहीं था। शहरों में मोटरसाइकिल का शौक तेजी से बढ़ा।
अब फिर से साइकिल की तरफ लोगों के झुकाव को लेकर जागरुकता पैदा करने के प्रयास लगातार हो रहे हैं। हालांकि साइकिल की अहमियत खत्म नहीं हुई है। चीन के बाद आज भी भारत में सबसे ज्यादा साइकिलों का निर्माण किया जाता है।
निगम के आयुक्त ने बताया कि अब जबकि शहरों मे प्रदूषण का स्तर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में साइकिल की भूमिका अहम हो सकती है। इसके लिए अलग से साइकिल ट्रेक बनाने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
फेसबुक पर हुई दोस्ती, फिर प्यार और धोखा
महानगर में सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर प्यार के नाम पर एक और धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इस बार १६ साल की किशोरी को विवाह का झांसा देकर उसके लाखों के सोने के गहने ऐंठने के आरोप में युवक को गिरफ्तार किया गया है। पीडि़ता के अभिभावकों की शिकायत पर कदम उठाते हुए पुलिस ने चूलैमेडु निवासी राहुल कुमार (१९) को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि किशोरी दसवीं कक्षा में पढ़ती है। कुछ दिन पहले उसकी राहुल के साथ फेसबुक पर दोस्ती हुई थी।
फिर राहुल ने चाल चली और उसके समक्ष अपने प्यार का इजहार कर दिया। उसके बाद दोनों एक दूसरे से मोबाइल पर बातें करने लगे। इसी दौरान राहुल ने किशोरी को मनगढं़त कहानी सुनाकर उससे आर्थिक मदद मांगी। किशोरी ने अपने १६ सवरन सोने के गहने उसे दे दिए। जब उसके अभिभावकों को इसका पता चला तो उन्होंने पुलिस में शिकायत कर दी।