चेन्नई. मुख्य विपक्षी पार्टी डीएमके ने सोमवार रात पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य टी.के.एस. इलंगोवन को पार्टी के प्रवक्ता पद से हटा दिया। उनको हटाए जाने के कारण अस्पष्ट है। पार्टी द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में पार्टी महासचिव के. अन्बझगन ने कहा इलंगोवन को पार्टी के प्रवक्ता पद से हटाया गया है। इससे पहले डीएमके ने मीडिया के साथ वार्ता करने के लिए सात सदस्यों के एक पैनल की सूची जारी की थी।
पार्टी के करीबी सूत्रों ने बताया कि सात सदस्यों के पैनल की सूची जारी होने के बाद ही इलंगोवन ने पत्रकारों से वार्ता में कहा था कि डीएमके मुख्यालय में करुणानिधि की प्रतिमा के अनावरण के लिए कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को आमंत्रित किया जाएगा।
उनकी इस टिप्पणी के बाद पैनल में शामिल के. पान्मुड़ी, संगठन सचिव आर. एस. भारती, प्रचार सचिव ए. राजा, विधायक और जिला सचिव जे. अन्बळगन, चुनाव कमेटी सदस्य टी. एम. सेल्वगणपति सहित अन्य लोग नाराज हो गए थे। जबकि हाल में पार्टी की एक बैठक के दौरान पार्टी के सदस्यों को बिना हाईकमान से पूछे मीडिया को साक्षात्कार देने से रोका गया था। इसके अलावा इलंगोवन ने मुदरै जिले में हुई पार्टी की बैठक के दौरान एम. के. अझगिरि को लेकर भी विचार व्यक्त किए थे। ऐसी खबर है कि उनके इस आचरण से स्टालिन खुश नहीं थे।