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फिल्म जगत की मैत्री क्या सियासी दुनिया में भी दिखेगी?

locationचेन्नईPublished: Jan 01, 2018 10:17:50 pm

राज्य की राजनीति में वर्ष 2017 का आखिरी दिन बेहद खास रहा। तमिल सिनेमा के दिग्गजों एमजीआर, करुणानिधि और जयललिता की राह पर चलते हुए दक्षिण भारतीय फिल्मो

Will the friendship of the film also be seen in the political world?

Will the friendship of the film also be seen in the political world?

चेन्नई।राज्य की राजनीति में वर्ष 2017 का आखिरी दिन बेहद खास रहा। तमिल सिनेमा के दिग्गजों एमजीआर, करुणानिधि और जयललिता की राह पर चलते हुए दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने भी राज्य की राजनीति में कदम रखने का ऐलान कर दिया। उनके मित्र और फिल्म अभिनेता कमल हासन भी सियासी प्रवेश की घोषणा कर चुके हैं। दोनों की यारी से पूरी दुनिया वाकिफ हैं कि वे एक-दूसरे का कितना आदर-सम्मान करते हैं। हालांकि दोनों में मूल अंतर आस्तिक और नास्तिक होने का है।

इधर, रविवार को रजनीकांत ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा तमिलनाडु की सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हालांकि तलैवा ने अभी यह फैसला नहीं किया है कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव लड़ेगी या नहीं। रजनीकांत की इस घोषणा से राज्य की राजनीति में भूचाल सा आ गया है। दो प्रमुख द्रविड़ पार्टियों डीएमके और एआईडीएमके के बीच एक नई पार्टी के आने से चुनावी समीकरण बदल सकते हैं। इसको देखते हुए अब सबकी नजरें तमिलनाडु की राजनीति में प्रवेश के लिए बेताब दिख रही भाजपा और सुपरस्टार कमल हासन पर टिक गई हैं।

भाजपा की इच्छा थी कि रजनीकांत उसके साथ जुड़ जाएं। नई पार्टी का ऐलान कर रजनीकांत ने भाजपा की इस तमन्ना पर पानी फेर दिया है। उन्होंने रविवार को दिए अपने संबोधन में एक महत्वपूर्ण बात कही जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। रजनीकांत ने कहा, जयललिता के निधन के बाद राज्य में एक शून्य पैदा हो गया था। यहां तक कि बीजेपी तमिलनाडु में अपने पैर पसारना चाहती है। उन्होंने कहा, मैं सेकुलर और आध्यात्मिक राजनीति करना चाहता हूं। सत्य, कार्य और विकास उनकी पार्टी के तीन मंत्र होंगे।

फिल्मी सितारों के इर्द-गिर्द राजनीति


रजनीकांत के नई पार्टी बनाने के ऐलान से उन्हें एक फायदा होता दिख रहा है। भाजपा की नजदीकी की वजह से दूरी बनाए हुए सुपरस्टार कमल हासन उनके साथ जा सकते हैं। कमल हासन ने रजनीकांत के ऐलान के बाद कहा, मैं अपने भाई रजनी को राजनीति में आने की बधाई देता हूं। उनका स्वागत है। बता दें, कमल हासन भी तमिल राजनीति में आने के इच्छुक हैं और कभी भी वह इसका ऐलान कर सकते हैं। कमल हासन के साथ आने पर आम आदमी पार्टी भी उन्हें समर्थन दे सकती है।


पिछले दिनों कमल हासन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद हासन ने कहा था कि दिल्ली के सीएम का यहां आना हमारे लिए सम्मान की बात है। हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लडऩे के लिए एकजुट हुए हैं, अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता से लड़ रहे हैं। हालांकि रजनीकांत और कमल हासन के साथ आने में एक बाधा है। वह यह है कि अगर विधानसभा चुनाव में जीत मिली तो नई सरकार में मुख्यमंत्री कौन होगा। तमिल राजनीति में अगर अब कमल हासन का भी आगमन होता है तो एक बार फिर इस राज्य की राजनीति फिल्मी सितारों के इर्द गिर्द ही रहेगी।

अकेले लड़ सकते हैं चुनाव


रजनीकांत के इस वक्तव्य से लग रहा है कि वह भाजपा से हाथ नहीं मिलाएंगे और अकेले ही चुनावी मैदान में उतरेंगे और इसकी एक बड़ी वजह है यह है कि रजनीकांत पूरे तमिलनाडु में समाज के हर तबके में लोकप्रिय हैं। अगर वह भाजपा का हाथ थामते हैं तो मुस्लिम समुदाय के वोटर उनसे दूर जा सकते हैं और वैसे भी उनको भाजपा से जुडऩे से कोई फायदा होता नहीं दिख रहा था क्योंकि उसका राज्य में कोई जनाधार नहीं है। इन सबके बीच हिंदू वोटर नाराज न हों, इसके लिए रजनीकांत आध्यात्मिक राजनीति की भी बात कर रहे हैं।

उधर, भाजपा रजनीकांत की पार्टी बनाने की इस घोषणा से निराश नजर आई। पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा, रजनीकांत ने केवल राजनीति में आने की घोषणा की है। कोई और विवरण या दस्तावेज नहीं दिए हैं। वह अशिक्षित हैं। यह केवल मीडिया हाइप है। तमिलनाडु के लोग समझदार हैं।

तमिलनाडु के किले को फतह करने के लिए बीजेपी शुरू में जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके और रजनीकांत दोनों को अपने साथ मिलाना चाहती थी। हालांकि आर.के.नगर सीट पर एआईएडीएमके की हार और शशिकला गुट के मजबूत होने के बाद भाजपा अब डीएमके के साथ नजदीकियां बढ़ाती दिख रही है। पीएम मोदी ने पिछले दिनों करुणानिधि से उनके घर जाकर मुलाकात की थी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा अब रजनीकांत और डीएमके को एक साथ लाना चाहेगी।

रजनीकांत ने जताया सभी का आभार


सुपरस्टार ने राजनेताओ, समर्थकों, मित्रों व उन सभी लोगों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उनके राजनीतिक प्रवेश की घोषणा का स्वागत किया है। अपनी भावी योजना स्पष्ट करने के बाद पत्रकारों से चंद क्षणों के लिए मुखातिब रजनीकांत ने कहा कि वे पूर्ण निष्ठा से उनको मिली शुभकामनाओं का आभार व्यक्त करते हैं। रजनीकांत ने आध्यात्मिक राजनीति शब्द पर सफाई दी कि इसका आशय ईमानदारी, वास्तविक और धार्मिक राजनीति से है।

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