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हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही महिलाएं

locationचेन्नईPublished: Mar 09, 2019 11:45:02 am

Submitted by:

Santosh Tiwari

-अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजन- राजस्थान पत्रिका और डोरी सखी का संयुक्त आयोजन

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हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही महिलाएं

चेन्नई. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक राजस्थान पत्रिका व महिला सामाजिक सहायता समूह डोरी सखी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित निबंध प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण समारोह शुक्र वार को अरुम्बाक्कम स्थित डी.जी. वैष्णव कॉलेज के वल्लभाचार्य सभागार में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। कुमारी दिव्या एवं प्रगति ने प्रार्थना की। राजस्थान पत्रिका चेन्नई संस्करण के शाखा प्रबंधक जे. श्रीनिवासन ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने प्रतिभागियों व विजेताओं की बधाई दी। साथ ही कहा कि ऐसी और प्रतियोगिता का आयोजन होना चाहिए।
मुख्य अतिथि सवारी डिब्बा कारखाना की मुख्य वित्तीय सलाहकार उषा वेणुगोपाल ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाएं हमेशा स्वस्थ एवं खुश रहें। उन्होंने नारी की महत्ता बताई। उन्होंने वर्तमान समय में महिला की स्थिति को अच्छी बताते हुए कहा कि ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जहां महिलाएं नहीं पहुंची हों। वे आज होममेकर बन गई हैं। जरूरत इस बात की है कि हम उन्हें अवसर प्रदान करें। उन्होंने कहा कि घर में लडक़ों को भी जागरूक करने की जरूरत है ताकि वे महिलाओं का सम्मान करें।
विशिष्ट अतिथि डा.अग्रवाल आई हॉस्पिटल समूह की निदेशक डा.सुधा ने कहा कि ज्ञान हमें सशक्त बनाता है। ज्ञान महत्वपूर्ण है। इसे कोई ले नहीं सकता। उन्होंने महिलाओं को प्रेरित किया कि वे लगातार ज्ञान और कौशल हासिल कर सशक्त बनें।
डी.जी.वैष्णव कालेज के सचिव अशोक मंूदड़ा ने प्रतियोगिता की प्रशंसा करते हुए कहा कि संवेदनाओं एवं भावनाओं को सिलसिलेवार लिखने की यह कला है। इसके लिए सभी प्रतिभागियों की सराहना की जानी चाहिए।
इससे पहले सभी अतिथियों का सम्मान किया गया। प्रतियोगिता के तहत कॉलेज वर्ग में कुल 42 तथा महिला वर्ग में 141 प्रविष्टियां प्राप्त हुई। इन प्रविष्टियों की जांच चार निर्णायकों ने की। निर्णायक डा.जमुना कृष्णराज ने प्रतिभागियों की तारीफ करते हुए कहा कि सबने अच्छा निबंध लिखा। डा.चुन्नीलाल शर्मा ने भविष्य में ऐसे निबंध लिखने के टिप्स दिए। बी.एल. आच्छा ने महिला की ताकत बताते हुए बेटी की शिक्षा की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा बेटियां दो घरों को प्रकाशित करती हैं। हमें भारतीय संस्कारों के साथ आधुनिकता अपनानी चाहिए। उन्होंने सामाजिक संस्कारों एवं परिवार के स्थायित्व की आवश्यकता बताई। प्रतियोगिता की एक निर्णायक डा.पीसी कोकिला थी।
प्रत्येक श्रेणी में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय एवं दो प्रोत्साहन पुरस्कार थे। डोरी सखी की वरिष्ठ सदस्य नीलम शारडा, ऋतु दमानी, शोभना सिकची, पायल गोदानी, रेखा राठी, सुनीता सुरजन एवं उमा मालपानी ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर राजस्थान पत्रिका चेन्नई के संपादकीय प्रभारी पी.एस.विजयराघवन एवं वैष्णव कॉलेज के हिन्दी विभागाध्यक्ष डा.मनोज सिंह उपस्थित थे। सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाणपत्र भी दिए गए। इस प्रतियोगिता में जयचंद्रन टेक्सटाइल मुख्य सहयोगी थे। राजस्थान पत्रिका के वरिष्ठ उप संपादक अशोकसिंह राजपुरोहित एवं डोरी सखी की वरिष्ठ सदस्य ऋतु दमानी ने समारोह का संचालन किया।
निबंध प्रतियोगिता के परिणाम
सामान्य वर्ग महिला
1. डॉ. मंजू रुस्तगी -प्रथम
2. साधना शर्मा- द्वितीय
3. रेखा वर्मा- तृतीय
4. विजया कुमारी कोटेचा- प्रोत्साहन
5. दीपमाला बाफना – प्रोत्साहन
महाविद्यालय वर्ग
1. यामुनी (अन्ना आदर्श कॉलेज) – प्रथम
2. लक्ष्मी आर. (गुरु श्रीशांतिविजय कॉलेज) – द्वितीय
3. बी. शीतल (ड्रीम जोन-इन्स्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइनिंग) – तृतीय
4. काजल यादव (हिन्दू कॉलेज) – प्रोत्साहन
5. ए. कृतिका (गुरु श्रीशांतिविजय कॉलेज) -प्रोत्साहन

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