बार-बार दिया झांसा
पैसा जमा करने के बाद रकम फायदा नहीं मिलने पर मितेश ने अतुल से संपर्क किया। अतुल ने लगातार मितेश को लाभ की राशि समेत रकम वापस करने का आश्वासन दिया। मितेश ने होटल के मैनेजर विजय द्विवेदी को छतरपुर भेजा, जहां विजय को पता चला कि अतुल ने रकम कंपनी में जमा नहीं कराई थी, उक्त रकम को वह स्वयं उपयोग कर रहा है। छतरपुर पुलिस की मदद से विजय ने अतुल से मुलाकात की और रकम वापस मांगी। उसने रकम अपने चाचा भूपेन्द्र यादव निवासी रींवा को देने की बात कही और और अपने चाचा से मोबाइल पर बात कराई। भूपेन्द्र ने विजय को एक महीने के बाद रकम रीवा आकर ले जाने की बात कही। 23 फरवरी को विजय रकम लेने रीवा पहुंचा तो चाचा ने अतुल से पैसे लेने की बात कही और दोबारा रीवा आने पर जान से मारवाने की धमकी देकर भगा दिया था। मितेश ने मामले की शिकायत 4 मई को तारबाहर थाने में दर्ज कराई थी। मामले में पुलिस ने आरोपी अतुल के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया था।