छतरपुरPublished: May 18, 2018 12:12:10 pm
rafi ahmad Siddqui
भीषण पेयजल संकट के चलते मचा हा-हाकार
1269 handpumps are blowing air 75 drainage schemes stalled
छतरपुर। बुंदेलखंड की पठारी धरती एक बार फिर पेयजल संकट से जूझ रही है। भीषण गर्मी के बीच पेयजल संकट को लेकर लोग परेशान हैं। पानी को लेकर हा-हाकार मचा है। शहरी क्षेत्र ही नहीं सबसे ज्यादा हालत ग्रामीण क्षेत्रों के खराब हैं। पानी की तलाश में लोग दर-दर भटकने को मजबूर हैं। हैंडपंप हवा उगल रहे हैं तो नलजल योजनाएं भी लोगों का साथ नहीं दे पा रही हैं।
बीते अप्रैल माह से ही पेयजल संकट ने दस्तक दे दी थी। अब मई माह में तो पेयजल संकट और ज्यादा गहरा गया है। इस वर्ष पिछले साल की तुलना में ज्यादा जलसंकट हैं। पर्याप्त बारिश न होने के कारण जलश्रोत खेल का मैदान बनते जा रहे हैं तो वहीं हैंडपंप व नलजल योजना भी साथ नहीं दे रही हैं। छतरपुर जिले में 10 हजार 124 स्थापित हैंड-पंपों में से वर्तमान में 8828 हैंडपंप चालू हैं। इसमें से 1199 जलस्तर नीचे जाने व 197 हैंडपम्प अन्य कारणों से बंद हैं। इसके अलावा छतरपुर जिमें 347 नल-जल योजनाएं/स्थल जल-योजनाएं स्थापित हैं। इनमें से 272 योजनाएं कार्यरत हैं। जबकि ७५ नलजल योजनाएं ठप पड़ी हैं। नल जल योजनाओं के धड़ाम हो जाने के कारण पेयजल संकट से लोग परेशान हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में पानी को लेकर हा-हाकार मचा है। हालात यह हैं कि नौगांव, हरपालपुर, बड़ामलहरा, बकस्वाहा क्षेत्र में पानी के लाले पड़े हैं। पानी की तलाश में ग्रामीणों को दूर-दराज के जलश्रोतों का सहारा लेना पड़ रहा है। जिससे लोगों के रोजमर्रा के काम प्रभावित होते हैं।
११ हजार २१४ मीटर पाइप बढ़ाए गए
पहले से स्थापित हैंडपंपों के संधारण के लिए पीएचई विभाग प्रयास में लगा है। पिछले एक वर्ष में छतरपुर जिले में 3037 हैंडपंपों में 11 हजार 214 मीटर मीटर पाइप बढ़ाकर उन्हें चालू किया गया है।
कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति गठित
लघु सुधार की योजनाएं के माध्यम से बहुत कम राशि में पंचायत के माध्यम से काम कराने के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है। इस समिति में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत एवं कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य विभाग सदस्य हैं। इन्हें 20 लाख रुपए प्रति योजना प्रति वर्ष तक की राशि की स्वीकृति के अधिकार दिए गए हैं।
प्रत्येक विकासखंड में 8-8 नवीन योजना
प्रत्येक घर को नल के माध्यम से जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से नवीन मुख्यमंत्री ग्राम पेयजल योजना के अंतर्गत प्रत्येक विकासखंड में कुल 8-8 नवीन योजनाओं का चयन किया गया है। छतरपुर जिले की कुल 23 योजनाएं लागत रुपए 25 करोड़ 25 लाख की स्वीकृत की गई है। जिनमें से 2 योजनाओं के लिये निविदाएं प्राप्त हो चुकी हैं।
इनका कहना
जो नलजल योजनाएं बंद हैं उन्हें चालू करने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल मुहैया कराने को लेकर विभाग पूरी तरह गंभीर है। जहां भी समस्या आ रही है उसे दूर किया जा रहा है।
संजय जैन, इ.इ. पीएचई छतरपुर