मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में हितग्राहियों के नाम पर निकाल लिए 17 लाख रुपए
छतरपुरPublished: Sep 17, 2019 07:41:35 pm
महाराजपुर एसबीआई के पूर्व मैनेजर व कियोस्क संचालक पर आरोपशपथपत्र देकर पीडित ग्रामीणों ने की शिकायत
छतरपुर। महाराजपुर के ग्रामीणों ने एसबीआई के पूर्व प्रबंधक व एक कियोस्क के संचालक पर मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत राशि स्वीकृत कराकर हड़पने का आरोप लगाया है। पीडि़त ग्रामीणों ने शपथ पत्र देकर एसबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय में शिकायत करते हुए जांच व कार्रवाई की मांग की है। शपथ पत्र में ग्रामीणों ने एसबीआई महाराजपुर के पूर्व प्रबंधक पवन कारकी पर आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने कियोस्क संचालक धर्मपाल अहिरवार के साथ मिलकर बैंक मैनेजर द्वारा हितग्राहियों की राशि गबन करने का आरोप लगाया है। महाराजपुर निवासी बृजकिशोर अहिरवार, मोहन अहिरवार, राकेश अहिरवार ने एसबीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक छतरपुर को दिए शपथ पत्र में बैंक शाखआ महाराजपुर के पूर्व प्रबंधक द्वारा कियोस्क संचालक के साथ मिलकर ग्रामीणों के नाम पर मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत फर्जी तरीके से ऋण स्वीकृत कर 17 लाख रुपए की हेराफेरी करने का आरोप लगाया है।
खाली बाउचर पर हस्ताक्षर कराकर किया घोटाला
महाराजपुर निवासी ब्रजकिशोर ने शिकायत में बताया कि, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का केस बनवाने के लिए वो कियोस्क संचालक धर्मपाल अहिरवार पिता रामबाबू अहिरवार के पास गया। अहिरवार ने दस्तावेज कंपलीट करने और फाइल पास कराने के नाम पर दस हजार रुपए लिए और बैक के तत्कालीन मैनेजर पवन कारकी के सामने खाली बैंक बाउचर पर हस्ताक्षर कराए लिए। मैनेजर ने 15 दिन में ऋण की राशि खाते में आ जाने की बात कही। लेकिन उनका तबादला हो गया, नए मैनेजर से संपर्क किया तो पता चला कि कोई लोन स्वीकृत नहीं हुआ है। लेकिन बैक शाखा से खाता क्रमांक ३८५३०७४७३३३ का विवरण निकाला तो पता चला कि उसके नाम से 6 लाख रुपए का लोन निकालाया गया है।
बैंक स्टेटमेंट से खुला राज
महाराजपुर निवासी राकेश अहिरवार ने शिकायत में लिखित दिया है कि, कियोस्क संचालक ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत ऋण स्वीकृत कराने के नाम पर 11 हजार रुपए लिए और लोन के कागज व खाली बाउचरों पर हस्ताक्षर करा लिए। लेकिन काफी समय तक लोन की राशि नहीं मिली और बैंक मैनेजर का तबादला हो गया। इसी बीच उसने किसी काम से अपने खाता क्रमांक ३८५२४९०४८२८ का स्टेटमेंट निकाला तो पता चला कि उसके नाम से 6 लाख रुपए का लोन निकाला गया है।
20 दिन में लोन दिलाने का दिया था झांसा
महाराजपुर निवासी मोहन अहिरवार ने भी शिकायती आवेदन में बताया कि, उनसे भी साजिश पूर्वक ठगी की गई है। 20 दिन में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत ऋण पास कराने का झांसा देकर कियोस्क संचालक ने 13 हजार रुपए लिए और बैंक मैनेजर के सामने ऋण के कागजों पर हस्ताक्षर कराए। लेकिन 20 दिन बाद लोन की राशि नहीं आई और मैनेजर का तबादला हो गया। जिसके बाद उन्होंने खाता क्रमांक ३८५३०७३९०७० की डिटेल निकलवाई तो पता चला कि उनके नाम पर स्वरोजगार के लिए पांच लाख रुपए स्वीकृत कराकर निकाल लिए गए हैं।
कार्रवाई की जाएगी
इस मामले की जानकारी मिली है। हितग्राहियों द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों से भी शिकायत की गई है। इस मामले की जांच कराई जा रही है. दोषी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
बीके चौधरी, मैनेजर, एसबीआई महाराजपुर