दीपावली पर नौगांव के समीप ग्राम दौरिया से लेकर छतरपुर-महोबा रोड तक निर्मित हो चुके बायपास को शुरू कर दिया जाएगा। इससे भारी वाहन नौगांव में नहीं घुसेंगे और कानपुर जाने वाले वाहनों को भी छतरपुर में नहीं घुसना पड़ेगा। हालंाकि महोबा रोड से चंद्रपुरा तक लगभग 3 किमी क्षेत्र में सड़क निर्माण न हो पाने के कारण सागर और पन्ना जाने वाले वाहनों को अब भी शहर में घुसना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 में केन्द्रीय परिवहन मंत्रालय के द्वारा एनएचएआई के माध्यम से झांसी-बमीठा फोरलेन निर्माण की घोषणा की गई थी। छतरपुर जिले के छातीपहाड़ी से बमीठा तक निर्मित होने वाले 85 किमी के फोरलेन निर्माण पर 1310 करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं और इसका निर्माण पीएनसी कंपनी कर रही है। टेंडर शर्तों के मुताबिक उक्त निर्माण कार्य अगस्त 2020 में पूरा हो जाना था लेकिन लगभग 4 महीने तक चले लॉकडाउन और फिर इसके बाद फोरलेन निर्माण कर रही कंपनी पीएनसी में 50 से अधिक अधिकारी कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित हो जाने के कारण यह प्रोजेक्ट 6 महीने लेट हो गया।
कई स्थानों पर मुआवजा लेने के बाद भी जमीन मालिकों ने जमीन नहीं छोड़ी थी, जिन्हें बाद में सख्ती से हटाया गया। वहीं दूसरी तरफ कुछ इलाकों में मुआवजा वितरित न होने के कारण भी काम करने में दिक्कतेंं सामने आईं। हालंाकि कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने फरवरी 2020 में छतरपुर का कार्यभार संभालने के बाद से ही इस प्रोजेक्ट पर ध्यान केन्द्रित किया और छातीपहाड़ी से लेकर छतरपुर तक की सारी बाधाएं दूर करते हुए काम को गति प्रदान की। यही वजह है कि अब दीपावली पर दौरिया से छतरपुर-महोबा रोड तक वाहनों का आवागमन शुरू होने जा रहा है।
पीएनसी कंपनी के कुमारस्वामी ने बताया कि छातीपहाड़ी से लेकर छतरपुर तक ज्यादातर बाधाएं दूर हो चुकी हैं और काम भी 80 फीसदी से ऊपर हो चुका है। उन्होंने बताया कि छतरपुर जिले में कंपनी को 85 किमी फोरलेन निर्माण करना है जिसमें दौरिया से चन्द्रपुरा तक का बायपास भी शामिल है। इस 85 किमी में लगभग 67 किमी सड़क पूरी तरह तैयार है, लेकिन अभी बिजली के पोल स्थापित होकर विद्युत व्यवस्था सुचारू करनी है, साथ ही छतरपुर महोबा रोड से गंज और बमीठा की कुछ समस्याओं के निराकरण के बाद ही यह फोरलेन शुरू हो पाएगा। उन्होंने कहा कि यदि समय पर काम करने के लिए जमीन मिल गई तो 6 महीने में फोरलेन निर्माण पूर्ण हो जाएगा।