एक शहर जिसने हर शुभ कार्य पर पौधा रोपण की आदत डाली
छतरपुरPublished: Jun 04, 2020 09:26:39 pm
जन्मदिन और पुण्यतिथि पर पौधारोपण की परंपरा से बदल रहा नौगांवदो वर्षों में मिशन ग्रीन के तहत लगाए तीन हजार पौधेविश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष
छतरपुर/नौगांव। कभी बेतहाशा गर्मी और तापमान को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में रहा नौगांव शहर अब इस बुरी स्थिति से बाहर निकल रहा है। दो साल पहले बढ़ती गर्मी से परेशान इस शहर के कुछ पर्यावरणप्रेमी युवाओं ने यहां मिशन ग्रीन की मुहिम शुरू की थी। इस मुहिम के जरिये पिछले दो साल में शहर के लोगों ने अलग-अलग जगहों पर लगभग 3000 पौधे रोपित किए हैं। मुहिम का असर है कि अब यह शहर पौधारोपण को अपनी अच्छी आदत बना चुका है। जन्मदिन से लेकर किसी प्रियजन की पुण्यतिथि जैसे मौकों पर पौधे लगाए जाते हैं। यदि आपके पास पौधा या उसकी हिफाजत के लिए ट्री गार्ड मौजूद नहीं है तो मिशन ग्रीन से जुड़े लोग आपको एक कॉल पर यह उपलब्ध करा देते हैं जिसका पैसा पौधारोपण करने वालों को देना होता है।
ऐसे हुई थी शुरूआत
मिशन ग्रीन नौगांव से जुड़े महेश मंगू साहू बताते हैं कि वर्ष 2018 में बेतहाशा गर्मी और लू के प्रकोप से पूरा शहर जूझ रहा था। टीवी चैनल और अखबार प्रमुखता से नौगांव का तापमान बताने लगे थे क्योंकि यहां का तापमान 50 डिग्री के आंकड़े को छूने लगा था। मई 2018 में ही एक विवाह समारोह के दौरान नौगांव के कुछ लोगों ने इस समस्या पर चर्चा की और फिर पौधारोपण की रणनीति बनाई। मिशन ग्रीन नाम से यह मुहिम पांच जून 2018 को पर्यावरण दिवस के मौके पर आरंभ हुई। इस मुहिम के तहत पहले 5 पौधे लगाए गए। तय किया गया कि हर किसी के पास पौधे और ट्री गार्ड नहीं होते हैं इसलिए मुहिम से जुड़े लोग ही लोगों को इसकी उपलब्धता कराएं। अब लोग मिशन ग्रीन के सदस्यों से संपर्क कर पौधे मंगाते हैं और अपना सहयोग संस्था को देते हैं।
शादी से लेकर जन्मदिन तक और श्रद्धांजलि सभाओं में भी होता है पौधारोपण
नौगांव शहर के लोगों ने पौधे के महत्व को समझ लिया है और अब शहर का हर व्यक्ति पौधारोपण के लिए मौके खोजता है। मिशन ग्रीन से जुड़े सनातन रावत ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में हम लोगों की प्रेरणा से विवाह के बाद दूल्हा-दुल्हन ने, बच्चों के जन्मदिन पर उनके माता-पिता ने पौधे लगाए हैं। उन्होंने बताया कि मिशन ग्रीन के सदस्य इस बात का ध्यान रखते हैं कि शहर के किस गणमान्य नागरिक का जन्मदिन कब है। तारीख पता लगने पर पौधे लगाने के लिए हम उन्हें प्रेरित करते हैं। एक बड़ा पौधा लोहे के ट्री गार्ड के भीतर स्थापित करने, गड्ढा खोदने से लेकर ट्री गार्ड पर नाम लिखने तक का पूरा काम मिशन ग्रीन के लोग करते हैं। इतना ही नहीं हमने मिशन ग्रीन एंबुलेंस बना रखी है जो प्रतिदिन सुबह 5 बजे से 8 बजे तक पौधों को पानी देने, उनकी कटाई, छटाई करने का काम करती है। स्वयंसेवकों द्वारा पौधों का ध्यान रखने के कारण पिछले तीन वर्षों में लगाए गए पौधों में से 90 फीसदी अब भी जीवित हैं।
मृत्यु भोज को छोड़ा, लोगों को बांटे 101 पौधे
मिशन ग्रीन का ही असर है कि नौगांव में अब पौधारोपण के लिए पुरानी कुरीतियां भी टूट रही हैं। गुरूवार को नगर के जाने-माने व्यवसायी अनिल जैन ने अपने दिवंगत भाई मनीष जैन की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा के दौरान 101 लोगों को पौधे वितरित किए। इस मौके पर मृत्यु भोज जैसी पुरानी परंपरा को छोड़कर पौधों के प्रति आग्रह प्रदर्शित किया गया। इस आयोजन में पूर्व विधायक गुड्डन पाठक सहित मिशन ग्रीन के लोग परिवार को शोक संवेदनाएं देने पहुंचे और उन्हें इस पहल के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। स्व. मनीष जैन के पुत्रों ने लोगों को 101 पौधे भेंट करते हुए अपील करते हुए कहा कि वे इन पौधों का ध्यान रखें।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
मिशन ग्रीन के इस अनूठे अभियान में नौगांव शहर के 35 से 40 युवाओं की शानदार भूमिका रही। इस टीम के संरक्षक पर्यावरण प्रेमी ललित नायक हैं जबकि संयोजक राजेश अग्रिहोत्री, कोऑर्डिनेटर की भूमिका सनातन रावत निभाते हैं तो वहीं महेश साहू भी इस मुहिम के अहम किरदार हैं। इस टीम में तृप्ति कठल, अभिषेक त्रिपाठी, राहुल रूसिया, गजेन्द्र सोनकिया, राजेश मिश्रा, जीतेन्द्र पटैरिया, अशोक तिवारी, सौरभ तिवारी, अभय तिवारी, कुलदीप यादव, अभय नायक सहित कई अन्य सदस्य भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं।