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शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की बनी योजना, लेकिन अभी तक शुरु नहीं हुआ अमल

locationछतरपुरPublished: Mar 24, 2019 06:47:00 pm

Submitted by:

Dharmendra Singh

जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में हुए फैसलों पर नहीं हुई कार्यवाहीअतिक्रमण हटाने, रोड मार्किंंग, स्ट्रीट वेंडेरों का पंजीयन व विस्थापन की होनी है कार्रवाई

traffic problem

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छतरपुर। शहर की आबादी और वाहन बढऩे के साथ ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ गई है। शहर के हर चौक-चौराहे व तिराहे पर ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है। या यूं कहे कि ट्रैफिक जाम शहर की पहचान बन गया है। पार्किंग का न होना, बाजार में दुकानों के सामने अतिक्रमण होना, वेंडर जोन न होने से सड़क किनारे ठेले लगना, बाईपास का न होना जैसे मुद्दे जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में समिति की सचिव ने उठाए, जिसके बाद कलेक्टर की अध्यक्षता वाली समित ने महत्वपूर्ण फैसले लेते हुए शहर में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए मल्टीलेवल पार्किंग के लिए स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही अतिक्रमण हटाने, रोड मार्किंग, स्ट्रीट वेण्डर्स के रजिस्ट्रेशन व विस्थापन जैसे मुद्दों पर भी कार्रवाई के निर्देश कलेक्टर ने दिए। लेकिन सड़क सुरक्षा समिति के इन निर्णयों पर अभी तक अमल नहीं किया जा सका है।
चिन्हित नहीं हो सके ब्लैक स्पॉट
कलेक्टर बुंदस ने जिले में दुर्घटना में कमी के लिए कार्ययोजना तैयार कर कार्यान्वित करने को कहा था। उन्होंने ब्लैक स्पॉट की पहचान कर सुधार कराने और सड़क सुरक्षा अभियान को प्रोत्साहित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। इसके अलावा बैठक में 108 एम्बुलेंस की व्यवस्था दुरूस्त करने और ओवर लोडेड वाहनों की धरपकड़ के संबंध में निर्देश दिए गए थे। हालांकि ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई की गई, लेकिन ब्लैक स्पॉट सुधार करने और सड़क सुरक्षा से संबंधित अन्य काम अभी भी नहीं हो पाए हैं।
ट्रैफिक पुलिस खोज रही आर्किटेक्ट
जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए जरूरी कदम उठाए जाने के फैसले के बाद से समिति की सचिव व यातायात प्रभारी पूर्णिमा मिश्रा ने ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के बिंदुओं का चिन्हांकन तो कर लिया, लेकिन इन सुधारों की प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने के लिए आर्किटेक्ट नहीं मिल पाया है। शहर में ट्रैफिक से जुड़ा आर्किटेक्ट न होने से ये काम नहीं हो पाया है। यातायात पुलिस अब इसके लिए बाहर से आर्किटेक्ट की व्यवस्था करने का प्रयास कर रही है।
नगरपालिका खोज रही जगह
स्ट्रीट वेंडरों के विस्थापन व पार्किंग के लिए जगह चिन्हित किए जाने का काम नगर पालिका को दिया गया था। सीएम अरुण पटेरिया का कहना है कि पार्किंग के लिए सरकारी जगह के चिन्हांकन के साथ ही निजी जमीन को एग्रीमेंट के आधार पर किराए पर लेने की योजना बनाई गई है। चिन्हांकन का काम चल रहा है। इसके साथ ही स्ट्रीट वेंडरों को विस्थापन के लिए भी जगह चिंहाकि त की जा रही है। उनका कहना है कि जगह मिलने पर ही स्ट्रीट वेंडरों को हटाने की कार्रवाई की जाएगी, ताकि उनके रोजगार पर असर न पड़े। पटेरिया ने बताया कि, सड़क पर खड़े बिजली के खंभों को हटाने का काम शुरु हो चुका है। बिजली के खंभे हटने के बाद बाकी सभी योजनाओं पर काम किया जाएगा।
ऑटो खड़े होने की जगह भी निर्धारित नहीं
शहर में ट्रै्फिक व्यवस्था बिगडऩे की सबसे बड़ी वजह ऑटो रिक्शा के अनियंत्रित संचालन को सुधारने के लिए ऑटो के खड़े होने, सवारी बैठाने और उतारने के लिए जगह निर्धारित की जानी है। लेकिन ये काम भी अभी नहीं हो पाया है। इस वजह से ऑटो के कारण होने वाले ट्रैफिक व्यवधान को सुधारा नहीं जा सका है।

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