परिवार में था इकलौता
इंजीनियरिंग छात्र दीपेंद्र के पिता श्रीकांत राजपूत ने बताया कि उसकी पत्नी और बड़े बेटे की मौत हो चुकी है। परिवार में दीपेंद्र ही इकलौता बेटा था। वह अपनी इच्छा से ही इंजीनियरिंग करने आया था। उसे हालही में बाइक की डिमांड की थी। इस पर 20 दिन पहले ही उसे नई बाइक दिलाकर गए थे। लेकिन अचानक से तीन-चार दिन से उसने बात करना बंद कर दिया था। वह उसे बार-बार फोन लगा रहे थे। श्रीकांत ने बिलखते हुए कहा कि अब सब कुछ खत्म
हो गया
नहीं मिला सुसाइड नोट
आत्महत्या के पहले दीपेंद्र ने किसी से मोबाइल पर बात की थी, इसके बाद वह सीधे किचन में गया और फांसी लगा ली। पुलिस ने दीपेंद्र का मोबाइल अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस मामले को प्रेम प्रसंग से भी जोड़कर देख रही है। हालांकि घटना स्थल या छात्र के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इस कारण पुलिस स्पष्ट रूप से कुछ भी नहीं कह पा रही है। उधर दोपहर तक पुलिस के पास जब्त दीपेंद्र के मोबाइल में जन्मदिन की बधाई के लिए दोस्तों के कॉल आते रहे।
&छात्र द्वारा फांंसी लगाकर आत्महत्या की गई है। आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही मौत की वास्तविक वजह का खुलासा होगा।
राकेश साहू, थाना प्रभारी नौगांव