scriptटीम में चयनित महिला खिलाड़ी के साथ मंत्री का फोन आने के बाद ऐसा हुआ की सब रह गए दंग | After the phone call of the minister with the selected female player | Patrika News

टीम में चयनित महिला खिलाड़ी के साथ मंत्री का फोन आने के बाद ऐसा हुआ की सब रह गए दंग

locationछतरपुरPublished: Jan 13, 2019 01:38:38 am

खेल संगठनों पर नेताओं, नौकरशाहों का कब्जा, राष्ट्रीय सीनियर बेसबॉल टीम के लिए चयनित खिलाड़ी को रास्ते से लौटाया, अपात्र का चयन

After the phone call of the minister with the selected female player in the team, it happened that all the remains were

After the phone call of the minister with the selected female player in the team, it happened that all the remains were

छतरपुर. खेल के क्षेत्र में राजनीतिक हस्तक्षेत्र के कारण स्थानीय खेल प्रतिभाओं को आगे बढऩे का मौका नहीं मिल पा रहा है। राष्ट्रीय सीनियर बेसबॉल टीम में चयनित की गई शहर की होनहार खिलाड़ी आकांक्षा यादव का प्रतियोगिता के चंद घंटे पहले ही टीम से नाम हटा दिया। कथित रूप से एक मंत्री के हस्तक्षेप से टीकमगढ़ की एक ऐसी छात्रा का चयन कर लिया गया, जो कई दिनों से खेल मैदान से दूर थी और बीमार भी थी। लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण शहर की प्रतिभावान खिलाड़ी की जगह अपात्र खिलाड़ी को नेशनल मुकाबले में उतार दिया गया। टीम के कोच ने भी इस फैसले पर न सिर्फ हैरानी जताई है, बल्कि इस तरह के निर्णय को लेकर दुख भी जताया है।
खेलों में राजनीति और भ्रष्टाचार पूरी तरह से हावी होता जा रहा है। अब मनोरंजन का हिस्सा कहे जाने वाले खेलों में शामिल भावनाएं भी पूरी तरह से गायब हो चुकी हैं। राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण खेलों का आधार कमजोर हो रहा है। खिलाड़ी अपने हुनर से नहीं, उनकी सिफारिशों से चयनित किए जा रहे हैं।

खिलाड़ी अब अंतरराष्ट्रीय खेलों से लेकर जिला स्तरीय खेल तक भेदभाव का शिकार हो रहे हैं। ताजा मामला शहर की एक खिलाड़ी का है। इन दिनों 33वें राष्ट्रीय सीनियर बेसबॉल प्रतियोगिता का आयोजन इंदौर में किया जा रहा है, जो 12 से 17 जनवरी तक चलना है। इस चयन प्रतियोगिता में भोपाल, रायसेन, टीकमगढ़, ग्वालियर, उज्जैन सहित छतरपुर के खिलाडिय़ों ने भी हिस्सा लिया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चयनित प्रतिभागियों को 12 जनवरी तक इंदौर में अपनी उपस्थित दर्ज करानी अनिवार्य की गई थी। जिसमें छतरपुर जिले से टूर्नामेंट के लिए आकांक्षा यादव को चुना गया था।

इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आकांक्षा इंदौर के लिए रवाना भी हो गई थीं, लेकिन अंतिम क्षणों में आकांक्षा का नाम हटाकर किसी कामनी नाम की खिलाड़ी का चयन कर लिया गया। जब इस बात का विरोध अन्य खिलाडिय़ों द्वारा खेल कोच मानसिंह से किया गया तो कोच ने इसे अपनी मर्जी न बताकर मजबूरी करार दिया।

तुम्हारा सलेक्शन कैंसल हो गया है, लौट जाओ…
11 जनवरी की रात 8.30 पर सिलेक्शन के बाद आई लिस्ट से आकांक्षा यादव का नाम अचानक से कटवा दिया गया। जबकि पूर्व में आकांक्षा का चयन किया गया था। इसीलिए आकांक्षा शुक्रवार की रात अपने घर से इंदौर जाने के लिए निकल गई थी।
वह बस से रवाना भी हो गई थी। लेकिन रास्ते में ही कोच मानसिंह का फोन आ गया, जिन्होंने कहा कि आकांक्षा तुम्हारा सलेक्शन कैंसिल हो चुका है, आप वापस लौट जाएं और आपके स्थान पर कामिनी सिलेक्ट हो चुकी है। इस कॉल के आने के बाद बेसबॉल की होनहार खिलाड़ी आकांक्षा मायूस होकर रो पड़ी। वहीं अचानक से अपात्र खिलाड़ी के चयन से खुद कोच मान सिंह भी हैरान रह गए। वे कुछ भी नहीं कर पा रहे थे।

गलत खिलाड़ी का हुआ चयन

जिला बेसबॉल अध्यक्ष एवं कोच मान सिंह का कहना है कि मंत्री जीतू पटवारी के नाम से उनके पास 15 बार फोन आया, यह बात मध्यप्रदेश बेसबॉल के सेक्रेटरी जसराज मेहता ने उनसे कही है। कोच मान सिंह के मुताबिक कामिनी अस्वस्थ है और मैदान पर भी कुछ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। घर बैठे-बैठे उसके द्वारा राजनीति हस्तक्षेप के माध्यम से राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बनाई गई। जबकि आकांक्षा यादव का चयन उसके खेल कौशल को देखकर किया गया था। कोच मान सिंह ने आरोप लगाया कि कामिनी सहित कई खिलाड़ी रुपयों के लालच देकर अपना स्थान कायम करने के लिए शॉर्टकट लेती हैं और कोच को बदनाम करने में भी कोई कसर नहीं छोड़तीं।

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