भारी वाहनों से भी हो रही मुसीबत
छतरपुर शहर से दो नेशनल हाइवे गुजरे है। रीवा-ग्वालियर और सागर-कानपुर नेशनल हाइवे के क्रॉस पर ही शहर बसा हुआ है। जिन पर पूरे दिन भारी वाहनों का आवागमन बना रहता है। दोनों हाइवे पर महोबा रोड व नौगांव रोड से आकर जवाहर मार्ग पर जुड़ते हैं, इन्ही हाइवे पर बेतहाशा अतिक्रमण और बेतरतीब वाहन पार्किंग मुसीबत बने हुए हैं। सागर रोड और पन्ना रोड पर दुकानों के आगे सामान फैलाकर अतिक्रमण कर लिया गया है। सकरे हाइवे व अन्य सड़कों पर स्थित बैंकों, अस्पतालों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों के आगे बेतरतीब तरीके से वाहन खड़े कर देने से आवागमन मुश्किल हो गया है।
छतरपुर शहर से दो नेशनल हाइवे गुजरे है। रीवा-ग्वालियर और सागर-कानपुर नेशनल हाइवे के क्रॉस पर ही शहर बसा हुआ है। जिन पर पूरे दिन भारी वाहनों का आवागमन बना रहता है। दोनों हाइवे पर महोबा रोड व नौगांव रोड से आकर जवाहर मार्ग पर जुड़ते हैं, इन्ही हाइवे पर बेतहाशा अतिक्रमण और बेतरतीब वाहन पार्किंग मुसीबत बने हुए हैं। सागर रोड और पन्ना रोड पर दुकानों के आगे सामान फैलाकर अतिक्रमण कर लिया गया है। सकरे हाइवे व अन्य सड़कों पर स्थित बैंकों, अस्पतालों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों के आगे बेतरतीब तरीके से वाहन खड़े कर देने से आवागमन मुश्किल हो गया है।
पार्किंग बनाने की योजना पर नहीं हुआ काम
बिगड़ी व्यवस्था सुधारने के लिए पिछले दिनों यातायात पुलिस द्वारा बाजार में दुकानों के आगे बेतरतीब वाहन खड़े करने और दुकानों के बाहर अवैध कब्जों को रोकने के लिए रेड लाइन खींची गई थी। इस लाइन और नियम को न व्यापारियों ने कोई तव्वजो दी न पुलिस व प्रशासन ने कोई ध्यान रखा। नगर पालिका ने तीन पार्किंग प्वाइंट चिन्हित करने की बात की पर प्रयास आगे नहीं बढ़े। इसके पहले भी राजस्व, पुलिस व नगर प्रशासन ने हाइवे व बाजार क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करने, पार्किंग बनाने के बारे में कई बार योजनाएं बनाईं पर उन पर अमल एक बार भी नहीं हो सका। सही मायने में सड़कों से अतिक्रमण हटाकर आवागमन सुचारू बनाने के लिए अब तक बनाई गई सारी योजनाएं फेल हो गई हैं।
बिगड़ी व्यवस्था सुधारने के लिए पिछले दिनों यातायात पुलिस द्वारा बाजार में दुकानों के आगे बेतरतीब वाहन खड़े करने और दुकानों के बाहर अवैध कब्जों को रोकने के लिए रेड लाइन खींची गई थी। इस लाइन और नियम को न व्यापारियों ने कोई तव्वजो दी न पुलिस व प्रशासन ने कोई ध्यान रखा। नगर पालिका ने तीन पार्किंग प्वाइंट चिन्हित करने की बात की पर प्रयास आगे नहीं बढ़े। इसके पहले भी राजस्व, पुलिस व नगर प्रशासन ने हाइवे व बाजार क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करने, पार्किंग बनाने के बारे में कई बार योजनाएं बनाईं पर उन पर अमल एक बार भी नहीं हो सका। सही मायने में सड़कों से अतिक्रमण हटाकर आवागमन सुचारू बनाने के लिए अब तक बनाई गई सारी योजनाएं फेल हो गई हैं।
सड़कों पर खड़े वाहन बढ़ा रहे समस्या
शहर में हाइवे व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर वाहनों की बेतरतीब पार्किंग से आवागमन बाधित हो रहा है। छत्रसाल चौराहे पर हाऊसिंग बोर्ड की बिल्डिंग के आगे, एसबीआई मेन ब्रांच, एक निजी अस्पताल, आईसीआईसी बैंक, एक्सिस बैंक, एसबीआई की एडीबी शाखा, एचडीएफसी बैंक के आगे वाहनों को गलत तरीके से खड़ा करके हाइवे को जाम कर दिया जाता है। जिला चिकित्सालय के आगे हाइवे पर कई निजी एम्बुलेंस खड़ी की जा रही हैं। इनके कारण हाइवे से गुजरने वाले वाहनों का आवागमन बाधित होता है। अकसर लोग दुर्घटनाओं के शिकार भी हो जाते हैं। छत्रसाल चौराहा से महल तिराहा, सिटी कोतवाली, गांधी चौक, हटवारा, मऊदरवाजा होते हुए फुब्बारा चौक तक बाजार में दुकानों के आगे सामान, शो-केस रखकर सड़क को संकरा कर दिया है। बजरिया में तो दुकानों पर दोनों ओर तीन-तीन फुट अतिक्रमण करके रास्ते को पगड़ंडी बना दिया है, वहीं दो पहिया वाहन भी खड़े किए जाते हैं, जिससे यहां आने वाली महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती है।
शहर में हाइवे व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर वाहनों की बेतरतीब पार्किंग से आवागमन बाधित हो रहा है। छत्रसाल चौराहे पर हाऊसिंग बोर्ड की बिल्डिंग के आगे, एसबीआई मेन ब्रांच, एक निजी अस्पताल, आईसीआईसी बैंक, एक्सिस बैंक, एसबीआई की एडीबी शाखा, एचडीएफसी बैंक के आगे वाहनों को गलत तरीके से खड़ा करके हाइवे को जाम कर दिया जाता है। जिला चिकित्सालय के आगे हाइवे पर कई निजी एम्बुलेंस खड़ी की जा रही हैं। इनके कारण हाइवे से गुजरने वाले वाहनों का आवागमन बाधित होता है। अकसर लोग दुर्घटनाओं के शिकार भी हो जाते हैं। छत्रसाल चौराहा से महल तिराहा, सिटी कोतवाली, गांधी चौक, हटवारा, मऊदरवाजा होते हुए फुब्बारा चौक तक बाजार में दुकानों के आगे सामान, शो-केस रखकर सड़क को संकरा कर दिया है। बजरिया में तो दुकानों पर दोनों ओर तीन-तीन फुट अतिक्रमण करके रास्ते को पगड़ंडी बना दिया है, वहीं दो पहिया वाहन भी खड़े किए जाते हैं, जिससे यहां आने वाली महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती है।
इनका कहना है
शहर के मुख्य मार्ग पर सडक किनारे पार्किग, दुकानों का सामान जाम की समस्या का मुख्य कारण हैं। समस्या सबके सामने है, लेकिन समाधान अब तक किसी ने नहीं किया। प्रशासन को अपनी योजनाओं पर जल्द काम शुरु करना चाहिए।
रमन विश्वकर्मा, शहरवासी
शहर के मुख्य मार्ग पर सडक किनारे पार्किग, दुकानों का सामान जाम की समस्या का मुख्य कारण हैं। समस्या सबके सामने है, लेकिन समाधान अब तक किसी ने नहीं किया। प्रशासन को अपनी योजनाओं पर जल्द काम शुरु करना चाहिए।
रमन विश्वकर्मा, शहरवासी
शहर में सबसे बड़ी समस्या वाहन पार्किंग की है। प्रशासन ने पार्किंग बनाने की योजना तो बनाई है, लेकिन अभी तक शहर मे ंकहीं भी पार्किंग व्यवस्था शुरु नहीं हुई है। पार्किंग शुरु होने से ट्रैफिक में सुधार नजर आएगा।
प्रवीण तिवारी, शहरवासी
दुकानदारों के सड़क तक फैले अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई शुरु की गई है। सड़क पर जाम लगाने वाले पर लगातार कार्रवाई की जाएगी।
ओमपाल सिंह भदौरिया, सीएमओ
ओमपाल सिंह भदौरिया, सीएमओ