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मरीज और परिजन को सावधान करने वाली खबर, कमीशन की लालच में इलाज कराने दूसरे राज्य ले जा रहे एंबुलेंस चालक

locationछतरपुरPublished: Jul 31, 2022 05:42:51 pm

Submitted by:

Faiz

जिला अस्पताल और अन्य अस्पतालों से झांसी रेफर होने वाले मरीज व उनके परिजनों को सावधान करने वाली खबर है।

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मरीज और परिजन को सावधान करने वाली खबर, कमीशन की लालच में इलाज कराने दूसरे राज्य ले जा रहे एंबुलेंस चालक

छतरपुर. जिला अस्पताल व अन्य अस्पतालों से झांसी रेफर होने वाले मरीज व उनके परिजनों को सावधान करने वाली खबर है। जिले से हर महीने करीब 150 मरीज इलाज के लिए झांसी रेफर किए जाते हैं। झांसी में नर्सिंग होम और एंबुलेंस वालों के बीच कमीशनबाजी का बड़ा खेल चल रहा है। एंबुलेंस वाले 30 फीसदी कमीशन लेकर झांसी के निजी अस्पतालों में मरीज पहुंचा रहे हैं। यह लोग रास्ते में मरीज और उनके घर वालों को एक ऐसा डाक्टर सुझाते हैं जिससे उनकी सेटिंग होती है। सोशल मीडिया पर एक ऐसा ऑडियो सामने आया जिसने कमीशनबाजी के पूरे नेटवर्क का खुलासा करके रख दिया है।

कथित ऑडियो में हो रही ये बातचीत

सोशल मीडिया पर डॉक्टर और एंबुलेंस चालक की बातचीत का एक ऑडियो वायरल हुआ है। ये ऑडियो कब का है, जिन लोगों के बीच बातचीत हो रही है, वो कौन है, इसकी सत्यता की अभी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन ऑडियो सावधान करने वाला है। ऑडियो में एंबुलेंस चालक डॉक्टर से पूछता है कि आपका अस्पताल कहां है। डॉक्टर मेडिकल कॉलेज के सामने स्थित एक नर्सिंग होम का नाम लेता है। चालक बोलता है कि वह तालबेहट के पास है। अभी ढाबे पर रुका हुआ है। मरीज एंबुलेंस में है। बताइये कितना कमीशन मिलेगा? इस पर डॉक्टर बोलता है कि बिल का 30 परसेंट। फिर एंबुलेंस चालक बोलता है कि हम तो सोच रहे थे, अच्छा खासा हिसाब-किताब बन जाएगा। हमें भी कुछ मिल जाए और आपको भी। तब डॉक्टर बोलता है कि अगर 20 हजार बिल बना तो छह हजार सीधा-सीधा मिल जाएगा और 30 हजार बनता तो नौ हजार मिलेगा। चालक के पूछने पर डॉक्टर अपना नाम भी बताता है। फिर बोलता है कि वह तो कहीं और बैठता है मगर एक नर्सिंगहोम का नाम लेकर कहता है कि वहां भर्ती करेंगे।

कोरोना काल में भी एक एंबुलेंस चालक का ऑडियो वायरल हो गया था। बाद में पुलिस ने चालक की गिरफ्तार भी की। इसमें चालक बोल रहा था कि कोविड के दौरान नर्सिंगहोमों में मरीज भर्ती करने पर उसकी खूब कमाई हो रही है। ये महामारी आगे भी चलती रही तो उसको बहुत मुनाफा हो जाएगा।

 

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झांसी में 110 निजी नर्सिग होम

झांसी में 110 नर्सिंगहोम स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत हैं। इनमें से कई नर्सिंग होमों ने मरीजों को भर्ती करने के लिए अपने-अपने एंबुलेंस चालक सेट कर रखे हैं। सड़कों पर दौड़ रहीं कई एंबुलेंस के चालक नर्सिंग होमों के लिए बाकायदा एजेंट का काम कर रहे हैं। झांसी के आसपास के जिलों और ग्रामीण इलाकों से आने वाले मरीजों को गुमराह करके एंबुलेंस चालक अपनी सेटिंग वाले अस्पतालों में ले जाते हैं। पहले से ही नर्सिंग होम और चालक के बीच कमीशन सेट रहता है। अस्पताल में भर्ती होने के बाद मरीज के बिल का मीटर चलना शुरू हो जाता है। महंगी-महंगी दवाएं और तरह-तरह के शुल्क लगाकर रोगियों का हजारों रुपए का बिल बना दिया जाता है। एबुलेंस चालक को बिल का 30 प्रतिशत कमीशन दिया जाता है। छतरपुर, टीकमगढ़, समेत महोबा और बुंदेलखंड के अन्य जिलों तक ये कारोबार फैला है।

 

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