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पोस्टमॉर्टम नहीं होने पर गुस्साए परिजनों ने सड़क पर लगाया जाम, तब पहुंचे चिकित्सक

locationछतरपुरPublished: Oct 16, 2019 01:53:44 am

पांच घंटे तक जिला अस्पताल में पड़ा रहा शव

पोस्टमॉर्टम नहीं होने पर गुस्साए परिजनों ने सड़क पर लगाया जाम, तब पहुंचे चिकित्सक

पोस्टमॉर्टम नहीं होने पर गुस्साए परिजनों ने सड़क पर लगाया जाम, तब पहुंचे चिकित्सक

छतरपुर. जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर मंगलवार को एक बार फिर हंगामा हो गया। हर बार की तरह परेशान लोगों ने हाइवे जाम कर दिया। जिला अस्पताल के कारण हर तीसरे दिन हाइवे जाम होता है। इस बार एक शव के पीएम में देरी के कारण गुस्साएं लोगों ने जाम लगाया। पांच घंटे तक शव मर्चुरी में रखे रहने के बाद भी जब पुलिस ने पंचनामा व डॉक्टर ने पीएम नहीं किया तो लोग नारेबाजी करते हुए जिला अस्पताल के गेट के सामने हाइवे पर पहुंच गए और जाम लगा दिया।
जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम ओरछा रोड थाना क्षेत्र के पठापुर निवासी मैयादीन यादव की मंगलवार की सुबह मौत हो गई थी। 42 वर्षीय किसान मैयादीन यादव की करेंट लग जाने से मौत हो गई। परिवार के लोगों ने बताया कि सुबह 10 बजे जब मैयादीन खेत पर नहाने गया था तभी नहाने के बाद तौलिया फटकारते हुए वह एक बिजली तार की चपेट में आ गया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस को सूचना दिए जाने के बाद उसे पोस्टमार्टंम के लिए जिला अस्पताल लाया गया लेकिन ओरछा रोड थाना पुलिस की लापरवाही के चलते परिवार के लोग पांच घंटे तक पोस्टमार्टंम का इंतजार करते रहे। अस्पताल जाते ही शव पीएम हाउस में रखवा दिया गया था। लेकिन यहां पर न तो पुलिस ने शव का पंचनामा बनाया और न ही किसी डॉक्टर ने पीएम के लिए कार्रवाई की। डॉक्टरों से संपर्क करने पर वे पुसिल कार्रवाई पूरी होने के बाद पीएम करने की बात करते रहे। वहीं पुलिस डॉक्टर आने के इंतजार का हवाला देती रही। पुलिस और डॉक्टर का इंतजार शाम ५ बजे तक करते रहे। इससे नाराज लोगों ने जाम लगा दिया।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाइश दी। मृतक के भाई प्रमोद यादव ने बताया कि ओरछा रोड पुलिस ने पीएम के पहले की कार्रवाई पूरी नहीं की। डॉक्टर यहां से चले गए तो फिर कोई सुनने नहीं आया। परिवार के लोगों की तबियत बिगड़ रही थी, लेकिन अस्पताल में चार घंटे तक शव जस का तस रखा रहा । पीएम करने के लिए कोई नहीं आया। पुलिस डॉक्टर के आने की बात करती रही और डॉक्टर पुलिस की कार्रवाई पूरी होने के बाद पीएम करने की बात करती रही। उधर जाम लगाने के बाद सिविल सर्जन डॉ. आरएस त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। उनके निर्देश पर पांच बजे पोस्टमार्टम हो सका। ओरछा रोड थाना पुलिस ने अपनी लिखा-पढ़ी पूरी करने में इतना वक्त लगाया कि परिवार के लोग घंटों तक परेशान होते रहे।
सुनवाई के लिए हाइवे जाम का आसान रास्ता निकाला
जिला अस्पताल की बदहाली को लेकर लगातार प्रदर्शन और विरोध होता आ रहा है। अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक ने यहां पहुंचकर व्यवस्थाओं को सुधारने का प्रयास किया है, लेकिन स्थिति सुधर नहीं रही है। हर बार सिस्टम की गलती से यहां बबाल हो जाता है। कभी डॉक्टर तो कभी प्रबंधन निशाने पर होता है। नवजात की मौत, प्रसूता की मौत, इलाज में लापरवाही सहित कई मामलों में लोग उत्तेजित होकर सड़क पर जाम लगा देते हैं। जिला अस्पताल में सुनवाई न होने से परेशान लोगों को जैसे ***** जाम करने का रास्ता मिल गया है। लोगों की अब यह समझ हो गई है कि अगर अस्पताल में सुनवाई नहीं हो तो हाइवे जाम कर दो। यही कारण है कि हर महीने में तीन से चार बार अस्पताल के बाहर हाइवे जाम कर प्रदर्शन कर दिया जाता है।

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