लू से बचे तो महंगाई मार देगी
एक तरफ अप्रेल में चल रहे लू के थपेड़ों से बचना है तो वहीं दूसरी तरफ बाजार में बढ़ती सब्जियों की महंगाई से भी जनता को अपनी जान बचानी है। लू से बचने के लिए चिकित्सक लोगों को नीबू पानी पीने की सलाह दे रहे हैं लेकिन अगर नीबू 10 रूपए का एक मिल रहा हो तो जाहिर है गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों का नीबू पानी पीना अब नामुमकिन हो गया है। बाजार में सब्जी की आवक कम होने और बाहर से आने वाली सब्ज्यिों में माल ढुलाई का खर्च बढऩे के कारण अचानक ही इसके दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। जनता पहले ही एक हजार रूपए के रसोई गैस सिलेण्डर, लगभग 120 रूपए प्रति लीटर के पेट्रोल और महंगे दलहन व खाद्य तेलों से परेशान थी अब रही सही कसर सब्जी ने भी पूरी कर दी है।
एक तरफ अप्रेल में चल रहे लू के थपेड़ों से बचना है तो वहीं दूसरी तरफ बाजार में बढ़ती सब्जियों की महंगाई से भी जनता को अपनी जान बचानी है। लू से बचने के लिए चिकित्सक लोगों को नीबू पानी पीने की सलाह दे रहे हैं लेकिन अगर नीबू 10 रूपए का एक मिल रहा हो तो जाहिर है गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों का नीबू पानी पीना अब नामुमकिन हो गया है। बाजार में सब्जी की आवक कम होने और बाहर से आने वाली सब्ज्यिों में माल ढुलाई का खर्च बढऩे के कारण अचानक ही इसके दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। जनता पहले ही एक हजार रूपए के रसोई गैस सिलेण्डर, लगभग 120 रूपए प्रति लीटर के पेट्रोल और महंगे दलहन व खाद्य तेलों से परेशान थी अब रही सही कसर सब्जी ने भी पूरी कर दी है।
दाम उछले, थाली में घट गई सब्जियां
छतरपुर के बाजारों में सब्जी के दाम इतने ऊंचे मिले कि ग्राहकों का थैला छोटा होना स्वाभाविक था। पन्ना नाका की सब्जी विक्रेता जानकीबाई ने बताया कि फिलहाल नीबू 220 रूपए प्रति किलो बेचा जा रहा है। हरी बरबटी 100 रूपए किलो, भिण्डी 80 रूपए किलो, तुरई 60 रूपए किलो, बैगन 30 रूपए किलो, परवल 120 रूपए किलो, शिमला 80 रूपए किलो, गोभी, लौकी और अरबी 40 रूपए किलो की दर से बेची जा रही है। इसी तरह ककड़ी 50 रूपए किलो, फलों में सेव 120 रूपए किलो, तरबूज 20 रूपए किलो, अंगूर 60 रूपए किलो, पपीता 40 रूपए किलो, अनार 100 रूपए किलो बेचा जा रहा है। सब्जी खरीद रहे महेन्द्र शर्मा ने बताया कि दाम इतने बढ़ गए हैं कि अब सब्जी को सोच समझकर और सीमित मात्रा में ही खरीदना पड़ रहा है।
छतरपुर के बाजारों में सब्जी के दाम इतने ऊंचे मिले कि ग्राहकों का थैला छोटा होना स्वाभाविक था। पन्ना नाका की सब्जी विक्रेता जानकीबाई ने बताया कि फिलहाल नीबू 220 रूपए प्रति किलो बेचा जा रहा है। हरी बरबटी 100 रूपए किलो, भिण्डी 80 रूपए किलो, तुरई 60 रूपए किलो, बैगन 30 रूपए किलो, परवल 120 रूपए किलो, शिमला 80 रूपए किलो, गोभी, लौकी और अरबी 40 रूपए किलो की दर से बेची जा रही है। इसी तरह ककड़ी 50 रूपए किलो, फलों में सेव 120 रूपए किलो, तरबूज 20 रूपए किलो, अंगूर 60 रूपए किलो, पपीता 40 रूपए किलो, अनार 100 रूपए किलो बेचा जा रहा है। सब्जी खरीद रहे महेन्द्र शर्मा ने बताया कि दाम इतने बढ़ गए हैं कि अब सब्जी को सोच समझकर और सीमित मात्रा में ही खरीदना पड़ रहा है।