कहीं एक तो कहीं दो लगी एसी
शहर में कुछ करीब ७० एटीएस बूध स्थापित हैं जिसमें करीब २० एटीएम बूथों में एक ही केबिन में दो-दो एसी लगाए गए हैं। लेकिन हालात यह है कि दो में एक-एक भी एसी नहीं चल रहे हैं। जिससे लोगों को खासी समस्या का सामना करना पड रहा है। वहीं गर्मी अधिक होने मशीनें भी जवाब दे रही हैं।
शहर में कुछ करीब ७० एटीएस बूध स्थापित हैं जिसमें करीब २० एटीएम बूथों में एक ही केबिन में दो-दो एसी लगाए गए हैं। लेकिन हालात यह है कि दो में एक-एक भी एसी नहीं चल रहे हैं। जिससे लोगों को खासी समस्या का सामना करना पड रहा है। वहीं गर्मी अधिक होने मशीनें भी जवाब दे रही हैं।
पैसा डालने में घुटता है दम
शहर में लगी एटीएम मशीनों में आउटसोर्स एजेंसियंा को पैसा डालने के लिए बैंक ने अधिकृत किया हैं। प्रत्येक दिन कहीं एक तो कहीं दो बार पैसा डालने में कम से कम पंद्रह मिनट का समय लगता है। ऐसे में इस गर्मी में पंद्रह मिनट बिताने में कर्मचारियों को पसीना छूट जाता है। इसे लेकर कर्मचारियों ने व उपभोक्तों की शिकायत करने के लिए एटीएम में लगे सुरक्षाकर्मियों ने कई बार बैंक अधिकारियों को बताया है। लेकिन इसके बावजूद स्थित जस की तस बनी हुई है।
शहर में लगी एटीएम मशीनों में आउटसोर्स एजेंसियंा को पैसा डालने के लिए बैंक ने अधिकृत किया हैं। प्रत्येक दिन कहीं एक तो कहीं दो बार पैसा डालने में कम से कम पंद्रह मिनट का समय लगता है। ऐसे में इस गर्मी में पंद्रह मिनट बिताने में कर्मचारियों को पसीना छूट जाता है। इसे लेकर कर्मचारियों ने व उपभोक्तों की शिकायत करने के लिए एटीएम में लगे सुरक्षाकर्मियों ने कई बार बैंक अधिकारियों को बताया है। लेकिन इसके बावजूद स्थित जस की तस बनी हुई है।
आऊट सोर्स एजेंसी की है जबावदारी
बताया जा रहा है शहर में सबसे अधिक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम हैं। यह बैंक ने अपने एटीएम के मेंटीनेंस का काम आउटसोर्स एजेंसी को दे रखा है, लेकिन इसकी मॉनीटरिगं करने का काम संबंधित बैंक के शाखा प्रबंधक को दिया है। लेकिन बैंक के शाखा प्रबंधक मॉनीटरिंग नहीं कर पाते हैं और आउट सोर्स एजेंसियों की रखरखाव में लापरवाही के चलते एसी बंद रहती है।
बताया जा रहा है शहर में सबसे अधिक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम हैं। यह बैंक ने अपने एटीएम के मेंटीनेंस का काम आउटसोर्स एजेंसी को दे रखा है, लेकिन इसकी मॉनीटरिगं करने का काम संबंधित बैंक के शाखा प्रबंधक को दिया है। लेकिन बैंक के शाखा प्रबंधक मॉनीटरिंग नहीं कर पाते हैं और आउट सोर्स एजेंसियों की रखरखाव में लापरवाही के चलते एसी बंद रहती है।
इनका कहना है
इन दिनों अधिक गर्मी होने से अधिकांस बूथों के एसी खराब हो चुके हैं, जिन्हें बदलने के लिए प्रक्रिया की जा रहा है। जल्द ही हम सभी बूथों के एसी बदलने के बाद लोगों को राहत मिलेगी।
राजीव तिवारी, एसबीआई एटीएम प्रभारी छतरपुर
इन दिनों अधिक गर्मी होने से अधिकांस बूथों के एसी खराब हो चुके हैं, जिन्हें बदलने के लिए प्रक्रिया की जा रहा है। जल्द ही हम सभी बूथों के एसी बदलने के बाद लोगों को राहत मिलेगी।
राजीव तिवारी, एसबीआई एटीएम प्रभारी छतरपुर