विकास, पिछड़ापन और उदासीनता बनेगी बड़ी चुनौती
छतरपुर। जिले के बड़ामलहरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को अपने ही विधायक की निष्क्रियता और उदासीनता की चुनौती से जूझना पड़ेगा। विकास कार्य नहीं होने का असंतोष भी इस बार के चुनाव में मुद्दा बनाकर कांग्रेस इस सीट पर सेंध लगाने की कोशिश करेगी। वहीं कांग्रेस के लिए अपनी बिखरी ताकत को एकजुट करके उसे समेटने की बड़ी चुनौती है। ऐसे में दोनेां ही दलों की राह यहां आसान नहीं होगी। भाजपा और कांग्रेस इस सीट पर मजबूत प्रत्याशी की तलाश में है। इस बीच भाजपा से वर्तमान विधायक रेखा यादव फिर से टिकट के लिए दावेदारी कर रही है। पिछला चुनाव हारे तिलक सिंह लोधी, मंजूला देवडिय़ा इस बार भी टिकट मांग रहे हैं। इस क्षेत्र में जलसंकट, नीलगाय, पलायन और बेरोजगारी भी बड़ा मुद्दा है। भाजपा पर आरोप है कि उन्होंने इस दिशा में काम नहीं किया। भाजपा विधायक जनता के बीच नहीं पहुंची। कांग्रेस इन्हीं मुद्दों को लेकर चुनावी विसात बिछा रही है। भाजपा को इससे निपटने के लिए मजबूत प्रत्याशी और असंतोष कम करने की दिशा में रणनीति बनानी पड़ रही है।
ऐसा है परफॉर्मेंस :
रेखा यादव, विधायक
1. दो बार की विधायक रहीं लेकिन जनता के बीच दूर रहीं। उदासीन छवि, चुनाव के समय ही सक्रियता।
2. बक्स्वाहा के जलसंकट को दूर करने के लिए प्रयास किया।
3. बक्स्वाहा मेंं डिग्री कॉलेज भवन मंजूर करवाया।
तिलक लोधी :
1. चुनाव हारने के बाद जनता के बीच नहीं गए। लोगों से दूरी बनाए रहे।
2. केवल लोधी वोटरों के बीच ही पकड़ बनाए रहे।
3. संगठन स्तर पर भी सक्रिय नहीं रहे।
चुनौतियां :
भाजपा : विधायक की निष्क्रियता, विकास कार्य की कमी से पनपे असंतोष को कम करना।
कांग्रेस : टिकट को लेकर पनपने वाली गुटबाजी को कम करना, भाजपा विरोधी लहर को अपने पक्ष में करना।
बड़ामलहरा विधानसभा क्षेत्र के दावेदार :
भाजपा :
रेखा यादव : दो बार की विधायक, महिला छवि, उमाभारती की करीबी।
सुनील घुवारा : भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रदेश सहसंयोजक, पूर्व विधायक कपूरचंद घुवारा के बेटे, पांच साल से सक्रिय, संगठन में मजबूत पकड़। जैन समाज को चेहरा।
मनोज यादव : युवा चेहरा, संगठन में पकड़।
सुनील मिश्रा : पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष, संगठन में पकड़।
राजनारायण तिवारी : किसान नेता।
कांग्रेस :
तिलक सिंह लोधी : लोधी समाज में पकड़, कांग्रेस का पिछड़ा नेता का चेहरा।
मंजूला देवडिय़ा : संगठन में मजबूत पकड़, महिला चेहरा, कांग्रेसी परिवार से ताल्लुक।
भक्ति तिवारी : संगठन में मजबूत पकड़, ब्राह्मण चेहरा, धार्मिक छवि।
आनंद सिंह : प्रभावशाली युवा नेता का चेहरा।
हरिकृष्ण द्विवेदी : समाजसेवी की छवि, पांच सालों से सक्रिय, स्थानीय निवासी, कांग्रेस नेताओं से करीबी।
धनप्रसाद असाटी : वरिष्ठ कांग्रेस नेता, सत्यव्रत चतुर्वेदी के करीबी, व्यवसायी।
प्रद्युम्म सिंह लोधी दमोह : लोधी समाज का चेहरा, कांग्रेस नेताओं से करीबी।
आमआदमी पार्टी : जगदीश सिंह घोष, प्रत्याशी घोषित
हारजीत का अंतर :
रेखा यादव, भाजपा – 41779
तिलक सिंह लोधी, कांग्रेस – 40265
हारजीत का अंतर – 1]514
छतरपुर। जिले के बड़ामलहरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को अपने ही विधायक की निष्क्रियता और उदासीनता की चुनौती से जूझना पड़ेगा। विकास कार्य नहीं होने का असंतोष भी इस बार के चुनाव में मुद्दा बनाकर कांग्रेस इस सीट पर सेंध लगाने की कोशिश करेगी। वहीं कांग्रेस के लिए अपनी बिखरी ताकत को एकजुट करके उसे समेटने की बड़ी चुनौती है। ऐसे में दोनेां ही दलों की राह यहां आसान नहीं होगी। भाजपा और कांग्रेस इस सीट पर मजबूत प्रत्याशी की तलाश में है। इस बीच भाजपा से वर्तमान विधायक रेखा यादव फिर से टिकट के लिए दावेदारी कर रही है। पिछला चुनाव हारे तिलक सिंह लोधी, मंजूला देवडिय़ा इस बार भी टिकट मांग रहे हैं। इस क्षेत्र में जलसंकट, नीलगाय, पलायन और बेरोजगारी भी बड़ा मुद्दा है। भाजपा पर आरोप है कि उन्होंने इस दिशा में काम नहीं किया। भाजपा विधायक जनता के बीच नहीं पहुंची। कांग्रेस इन्हीं मुद्दों को लेकर चुनावी विसात बिछा रही है। भाजपा को इससे निपटने के लिए मजबूत प्रत्याशी और असंतोष कम करने की दिशा में रणनीति बनानी पड़ रही है।
ऐसा है परफॉर्मेंस :
रेखा यादव, विधायक
1. दो बार की विधायक रहीं लेकिन जनता के बीच दूर रहीं। उदासीन छवि, चुनाव के समय ही सक्रियता।
2. बक्स्वाहा के जलसंकट को दूर करने के लिए प्रयास किया।
3. बक्स्वाहा मेंं डिग्री कॉलेज भवन मंजूर करवाया।
तिलक लोधी :
1. चुनाव हारने के बाद जनता के बीच नहीं गए। लोगों से दूरी बनाए रहे।
2. केवल लोधी वोटरों के बीच ही पकड़ बनाए रहे।
3. संगठन स्तर पर भी सक्रिय नहीं रहे।
चुनौतियां :
भाजपा : विधायक की निष्क्रियता, विकास कार्य की कमी से पनपे असंतोष को कम करना।
कांग्रेस : टिकट को लेकर पनपने वाली गुटबाजी को कम करना, भाजपा विरोधी लहर को अपने पक्ष में करना।
बड़ामलहरा विधानसभा क्षेत्र के दावेदार :
भाजपा :
रेखा यादव : दो बार की विधायक, महिला छवि, उमाभारती की करीबी।
सुनील घुवारा : भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रदेश सहसंयोजक, पूर्व विधायक कपूरचंद घुवारा के बेटे, पांच साल से सक्रिय, संगठन में मजबूत पकड़। जैन समाज को चेहरा।
मनोज यादव : युवा चेहरा, संगठन में पकड़।
सुनील मिश्रा : पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष, संगठन में पकड़।
राजनारायण तिवारी : किसान नेता।
कांग्रेस :
तिलक सिंह लोधी : लोधी समाज में पकड़, कांग्रेस का पिछड़ा नेता का चेहरा।
मंजूला देवडिय़ा : संगठन में मजबूत पकड़, महिला चेहरा, कांग्रेसी परिवार से ताल्लुक।
भक्ति तिवारी : संगठन में मजबूत पकड़, ब्राह्मण चेहरा, धार्मिक छवि।
आनंद सिंह : प्रभावशाली युवा नेता का चेहरा।
हरिकृष्ण द्विवेदी : समाजसेवी की छवि, पांच सालों से सक्रिय, स्थानीय निवासी, कांग्रेस नेताओं से करीबी।
धनप्रसाद असाटी : वरिष्ठ कांग्रेस नेता, सत्यव्रत चतुर्वेदी के करीबी, व्यवसायी।
प्रद्युम्म सिंह लोधी दमोह : लोधी समाज का चेहरा, कांग्रेस नेताओं से करीबी।
आमआदमी पार्टी : जगदीश सिंह घोष, प्रत्याशी घोषित
हारजीत का अंतर :
रेखा यादव, भाजपा – 41779
तिलक सिंह लोधी, कांग्रेस – 40265
हारजीत का अंतर – 1]514