छतरपुर पुलिस ने इस घटना की जांच त्वरित रूप से शुरू कर दी थी। क्योंकि जिले के एक बड़े अधिकारी पर फायरिंग हुई थी। लेकिन जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ती गई और साजिश की बू आती गई। एक यूनिवर्सिटी संचालक और बीजेपी नेता के साथ मिलकर एसडीएम अनिल सपकाले ने दूसरे यूनिवर्सिटी संचालक को फंसाने की साजिश रची थी। इसके लिए भाड़े के लोग बुलवाए गए थे। पुलिस ने मोबाइल पर हुई बातचीत के आधार पर इस साजिश का भांडाफोड़ किया है।
खुद ही करवाया हमला
छतरपुर एसपी तिलकर सिंह ने बताया कि एसडीएम अनिल सपकाले अपने साथियों के साथ मिलकर खुद ही यह साजिश रची थी। जिसमें बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे का प्रदेश मंत्री जावेद अख्तर और कृष्णा यूनिवर्सिटी के संचालकर पुष्पेंद्र गौतम शामिल है। पुष्पेंद्र से गौतम की दस साल से दोस्ती है। पुष्पेंद्र ने पुलिस के सामने यह भी कबूल किया है कि उसने एसडीएम को कई बार पैसे भी दिए हैं। पिछले ही दिनों करीब चार लाख से ज्यादा रुपये दिए थे। पुलिस ने सभी को हिरासत में लिया है।
छतरपुर एसपी तिलकर सिंह ने बताया कि एसडीएम अनिल सपकाले अपने साथियों के साथ मिलकर खुद ही यह साजिश रची थी। जिसमें बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे का प्रदेश मंत्री जावेद अख्तर और कृष्णा यूनिवर्सिटी के संचालकर पुष्पेंद्र गौतम शामिल है। पुष्पेंद्र से गौतम की दस साल से दोस्ती है। पुष्पेंद्र ने पुलिस के सामने यह भी कबूल किया है कि उसने एसडीएम को कई बार पैसे भी दिए हैं। पिछले ही दिनों करीब चार लाख से ज्यादा रुपये दिए थे। पुलिस ने सभी को हिरासत में लिया है।
अभय सिंह भदौरिया को थी फंसाने की साजिश
पुलिस के अनुसार एसडीएम ने अपने यूनिवर्सिटी संचालक दोस्त पुष्पेंद्र गौतम के साथ मिलकर दूसरे यूनिवर्सिटी के संचालकर अभय सिंह भदौरिया को फंसाने की साजिश रची थी। एसडीएम के साथ इसकी दुश्मनी है जबकि पुष्पेंद्र गौतम के साथ उसकी व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता है। इन तीनों ने मिलकर राजू बुंदेला, अर्जुन श्रीवास् और अमित परमार समेत एक और लड़के को हमले के लिए बुलाया था।
पुलिस के अनुसार एसडीएम ने अपने यूनिवर्सिटी संचालक दोस्त पुष्पेंद्र गौतम के साथ मिलकर दूसरे यूनिवर्सिटी के संचालकर अभय सिंह भदौरिया को फंसाने की साजिश रची थी। एसडीएम के साथ इसकी दुश्मनी है जबकि पुष्पेंद्र गौतम के साथ उसकी व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता है। इन तीनों ने मिलकर राजू बुंदेला, अर्जुन श्रीवास् और अमित परमार समेत एक और लड़के को हमले के लिए बुलाया था।
छतपरपुर पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी के बाद घटना में प्रयुक्त कट्टा, कारतूस, बेसबॉल का बैट लाठी आदि बरामद कर लिया है। प्रकरण में आरोपी पुष्पेंद्र सिंह गौतम, जावेद अख्तर, राजेंद्र सिंह ,अमित सिंह और अर्जुन श्रीवास् गिरफ्तार किए गए। एसडीएम सपकाले की गिरफ्तारी नहीं हुई है। एसपी तिलक सिंह का कहना है उनसे पूछताछ जारी है। अभी वे पुलिस हिरासत में हैं।
अधिकारियों ने काम बंद करने की दी थी धमकी
एसडीएम अनिल सपकाले पर पांच फरवरी को हमला हुआ था। उसके बाद जिले के राजस्व अधिकारी लामबंद हो गए थे। राजस्व अधिकारियों ने इस हमले के विरोध में प्रदर्शन भी किया था। साथ ही डीएम को ज्ञापन सौंपते हुए तीन दिन के अंदर कार्रवाई की मांग की थी। नहीं तो काम बंद करने की धमकी दी थी। लेकिन पुलिस जांच में पूरा मामला ही उल्टा निकल गया।
एसडीएम अनिल सपकाले पर पांच फरवरी को हमला हुआ था। उसके बाद जिले के राजस्व अधिकारी लामबंद हो गए थे। राजस्व अधिकारियों ने इस हमले के विरोध में प्रदर्शन भी किया था। साथ ही डीएम को ज्ञापन सौंपते हुए तीन दिन के अंदर कार्रवाई की मांग की थी। नहीं तो काम बंद करने की धमकी दी थी। लेकिन पुलिस जांच में पूरा मामला ही उल्टा निकल गया।