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स्वच्छता रैंकिंग में छतरपुर पिछड़ा, लेकिन नहीं शुरु हुई सुधार की कवायद

locationछतरपुरPublished: Mar 24, 2019 06:35:36 pm

Submitted by:

Dharmendra Singh

सेवा स्तर में सुधार में नहीं होने से गिरी थी रैंङ्क्षकगलगातार 2 बार से 92वीं रैंक पर रहने के बाद 143 पर पहुंचा गया है छतरपुर

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छतरपुर। वर्ष 2019 के लिए देश के शहरी इलाकों की स्वच्छता रैंङ्क्षकग जारी की गई तो छतरपुर की रैंकिंग ने शहर की स्वच्छता व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। सेवन स्टार का दावा करने वाले छतरपुर को 2 स्टार मिले, स्वच्छता रैंकिंग में छतरपुर न केवल नेशनल बल्कि राज्य स्तर की रैंकिंग में बुरी तरह से पिछड़ गया। राष्ट्रीय स्तर की रैकिंग वर्ष 2018 में 92 थी, जो इस बार घटकर 143 पर पहुंच गई, वहीं राज्य स्तर पर रैंकिंग भी घटी है। स्टेट लेवल पर 19वीं रैंक वाला छतरपुर पिछड़कर 32 में से 26वीं रैंक पर पहुंच गया। क्योंकि सर्विस स्तर में सुधार नहीं किया गया। जिस सर्विस को लेकर नगरपालिका की रैंकिंग पिछड़ी, उसी सर्विस को लेकर लापरवाही अभी भी जारी है। रैंकिंग में पिछडऩे के बाद आत्ममूल्यांकन और सुधार का दावा तो किया गया, लेकिन सुधार की कवायद अभी तक शुरु नहीं हुई है। सर्विस स्तर में सुधार करने के बजाए ढिलाई बरती जा रही है। कचरा कलेक्शन से लेकर, टांसपोर्टेशन और निपटारे की व्यवस्था में कोई बदलाव या सुधार नहीं किया गया है।
सर्विस में नहीं हो रहा सुधार
शहर में कचरा कलेक्शन और ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था ज्यों की त्यों है। शहर के आउटर की कॉलोनियों में कचरा कलेक्शन का काम अभी भी नहीं हो रहा है। जहां से कचरा कलेक्ट किया जा रहा, वहां भी नियमित रूप से काम नहीं हो रहा है। शहर की कॉलोनियों में नुक्कड़ पर कचरा का ढेर अभी भी लगे हुए हैं। इतना ही नहीं शहर में कई जगह अघोषित रुप से कचरा डंपिंग की जा रही है। रही बात क चरा प्रसंस्करण और डिस्पोजल की, तो इन दोनों व्यवस्थाओं में न तो कोई सुधार हुआ है, न कोई बदलाव किया जा रहा है। शहर में नालियों और जल स्रोतों की साफ सफाई, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, निर्माण और तोडफ़ोड़ की गतिविधियों के दौरान निकलने वाले कचरे के निपटान की व्यवस्था में भी कोई सुधार नहीं हुआ है। जबकि इन्हीं व्यवस्थाओं में ही छतरपुर नगरपालिका का प्रदर्शन खराब रहा है।
सेवा स्तर में मिले थे केवल 16 फीसदी नंबर
सेवा स्तर प्रगति में छतरपुर के पिछडऩे से रैंकिंग स्तर गिर गई। सर्वेक्षण की चार कैटेगिरी में से एक सेवा स्तर कैटेगिरी में छतरपुर को केवल 16.52 फीसदी अंक ही हासिल हुए। इस कैटेगिरी में स्वच्छता के लिए किए गए टिकाउ उपायों के लिए 25 फीसदी अंक, कलेक्शन व ट्रांसपोर्टेशन के लिए 27 फीसदी अंक, प्रोसेसिंग और डिसपोजल के लिए 30 फीसदी अंक समेत इनोवेशन व बाइलाज के आधार पर नंबर दिए गए। इन्हीं प्वॉइंटों में रैंकिंग में हालत खराब होने के बावजूद इस दिशा में सुधार की कवायद शुरु नहीं की गई है। नगरपालिका सीएमओ अरुण पटेरिया का कहना है, कि शहर की सभी समस्याओं के निराकरण की कार्ययोजना बना ली गई है। धीरे-धीरे सभी पर काम किया जा रहा है। सफाई व्यवस्था बेहतर करने के लिए नए सिरे से कवायद की जाएगी।
फैक्ट फाइल
स्वच्छता सर्वेक्षण नेशनल रैकिंग स्टेट रैंकिंग
2017 92 11
2018 92 19
2019 143 26
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